Tuesday, April 22, 2025
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वृंदावन का कुंभ मेला क्षेत्र संत, महंत और वैष्णवों के स्वागत को तैयार

मथुरा। मंदिरों की नगरी वृंदावन में यमुना तट पर कुंभ नगरी सज, संवर कर संत महंत और देशी-विदेशी भक्तों के स्वागत के लिए तैयार है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बृज तीर्थ विकास बोर्ड ने इस बार 12 वर्ष के अन्तराल में वृंदावन में होने वाला वृहद संत समागम यानि कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक के लिए खास इंतजाम किए हैं। ऐसे खास कि पहले कभी नहीं हुए।

प्रदेश सरकार द्वारा तैयार किया गया वृंदावन कुंभ मेला क्षेत्र को देख बृज मंडल के संत, महंत और भक्तजन प्रफुल्लित हैं और प्रशंसा कर रहे हैं। रात के अंधेरे में लोग कुंभ मेला क्षेत्र को देखने के लिए जा रहे हैं। यमुना तट पर रंगबिरंगी रोशनियां इन दिनोें आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। बृजवासी इन आकर्षक लमहों को अपने मोबाइल में फोटो के जरिए सजो रहे हैं। आईए देखते हैं रात के कैसी दिखता है वृंदावन कुंभ मेला क्षेत्र-

इस बार वृंदावन कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक में तीन अनि और 18 वैष्णव अखाड़ों के संत महंतों द्वारा 250 खालसा यानि शिविर लगाए जाएंगे। जिसका शुभारंभ 16 फरवरी को बसंत पंचमी तिथि को संत महतों द्वारा किया जाएगा।

यमुना तट पर 12 वर्ष के अन्तराल में लगने वाले वृंदावन कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक में ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने इस बार संत महंतों के शिविरों तक गंगाजल की आपूर्ति की व्यवस्था की गई है।

कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक में आने वाले लोगों को इस बार बृज 84 कोस की महिमा एवं बृज सृृंस्कृति का दीदार होगा। जिसमें श्रीकृष्ण की लीलाओंपर आधारित थीम पर आठ प्रवेश द्वारों का भी निर्माण हुआ है। कुंभ क्षेत्र में इस बार सांस्कृतिक पांडाल बनाया गया है। जिसमें बृज के कलाकारों द्वारा 40 दिनों तक रासलीला एवं बृज संस्कृति एवं भक्ति पूर्ण कला पर आधारित प्रस्तुति देंगे।

मेला क्षेत्र में वाहनों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। ई- रिक्शा एवं प्रदूषण मुक्त वाहनों का ही संचालन होगा। इसके अलावा 17 छोटी-बड़ी पार्किंग बनाकर मेला क्षेत्र को वाहनों से मुक्त रखा जाएगा।

बृ़ज तीर्थ विकास बोर्ड ने इस बार देवराह बाबा की समाधि के सामने यमुना तट पर एक पक्का घाट और चार अस्थाई घाट बनाए हैं। इनमें से ही एक घाट पर संत महंत शाही स्नान करेंगे।

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