मथुरा। गोवर्धन रोड स्थित ज्ञानदीप शिक्षा भारती में वसन्तोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें मां सरस्वती के पूजन एवं वंदन के साथ बृजभाषा पर विचार प्रस्तुत किए गए। वहीं प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा भी मां सरस्वती का पूजन किया। ऊर्जा मंत्री ने ज्ञानदीप शिक्षा भारती के संस्थापक सचिव और ब्रज साहित्य संस्कृति के अध्येता पद्मश्री मोहन स्वरूप भाटिया से ब्रज, ब्रज साहित्य – ब्रज संस्कृति के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा की।
मोहन स्वरूप भाटिया ने कहा कि ब्रजभाषा देश की सबसे अधिक मिठलौनी और सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है। राधा-कृष्ण की लीला भूमि होने के कारण ब्रज की सबसे अधिक समृद्ध लोक संस्कृति है। ब्रज के ग्रामीण अंचल में लोकगीत, लोक कथाओं आदि का विशाल भंडार है किन्तु उत्तर प्रदेश में ब्रजभाषा अकादमी स्थापित न होने से उसका संरक्षण नहीं हो पा रहा है।
उन्होंने कहा ब्रजभाषा की तुलना में उर्दू, सिन्धी तथा पंजाबी बोलने वालों की संख्या काफी कम होने तथा साहित्यिक – सांस्कृतिक दृष्टि से भी ब्रजभाषा के अधिक समृद्ध न होने पर भी उत्तर प्रदेश में ब्रजभाषा अकादमी स्थापित न होना न्यायोचित नहीं है जब कि राजस्थान में ब्रजभाषा अकादमी स्थापित है।
भाटिया ने ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा को जमुना जल संस्थान द्वारा प्रकाशित मोहन स्वरूप भाटिया अभिनन्दन ग्रंथ प्रथम – द्वितीय कलेवर की प्रतियाँ भेंट करते हुए बताया कि ये ग्रन्थ ब्रज साहित्य – संस्कृति का विश्व कोश हैं।
ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा ने मोहन स्वरूप भाटिया द्वारा ब्रजभाषा अकादमी की स्थापना सम्बन्धी दिए ज्ञापन का उत्तर देते हुए कहा कि ब्रज साहित्य एवं संस्कृति के संरक्षण की दिशा में ब्रजभाषा अकादमी की स्थापना की अनिवार्य रूप से आवश्यकता है और वह इसकी स्थापना के लिए प्राण – प्रण से प्रयास करेंगे।
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Posted by Neo News-Har Pal Ki Khabar on Tuesday, 16 February 2021
उन्होंने महाकवि सूरदास की साधना – स्थली पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर के भव्य स्मारक निर्माण मथुरा को तीर्थ स्थल घोषित करने, गिरिराज गोवर्धन की तलहटी को कदंब, तमाल वृक्षों, करील कुंजों से आकर्षक बनाने आदि के संबंध में मुख्य मंत्री से वार्ता करने का आश्वासन भी दिया।
ऊर्जा मंत्री के आगमन पर ज्ञानदीप के प्रशासनिक अधिकारी आशीष भाटिया, प्राचार्या रजनी नौटियाल तथा छात्र-छात्राओं ने उत्तरीय उढ़ाकर तथा माल्यार्पण कर स्वागत किया।