नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों को रद़्द कराने के लिए पिछले 90 दिनों से अधिक समय से चल रहे किसान आन्दोलन के बीच हरियाणा और पंजाब में किसानों द्वारा अपनी गेंहू की फसल नष्ट करने के मामले सामने आए हैं। कुछ दिन पूर्व किसान नेता राकेश टिकैत ने हरियाणा में कुछ दिन पहले हुई महापंचायत में किसानों से एक फसल की कुर्बानी देने के लिए तैयार रहने को कहा था।
हरियाणा और पंजाब के कई जगहों से ऐसे मामले सामने आए हैं जहां दिन चढ़ते ही किसान अपना ट्रैक्टर लेकर खेत में जा पहुंचे और अपनी गेहूं की फसल को नष्ट करने लग गए जिसके बाद किसान नेताओं ने उन्हें ऐसा करने से रोका।

हरियाणा के अंबाला में एक किसान ने अपने खेत में खड़ी गेहूं की फसल को ट्रैक्टर से नष्ट कर दिया। इस बारे में सूचना मिलने पर भारतीय किसान यूनियन के नेता गुलाब सिंह मौके पर पहुंचे और उन्होंने किसान को समझाया कि वो अपनी फसल को बर्बाद ना करें बल्कि किसी गरीब या ज़रूरतमंद को दान कर दें।
किसान नेता ने कहा कि जिस फसल को हम बच्चों की तरह पालते है उसे नष्ट नहीं करना, क्योंकि हमारे देश में पहले ही भुखमरी है। किसान अपनी फसल को नष्ट करने की बजाए किसी ज़रूरतमंद को दें या फिर अपनी फसल को किसान आंदोलन में दान कर दें।