मथुरा। सदर तहसील में पेयजल की व्यवस्था न होने के कारण लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। पेयजल की व्यवस्था के लिए लाखों रुपए की लागत से लगे हैंडपंप और आर ओ प्लांट देखरेख के अभाव में कबाड़ साबित हो रहे हैंं। तहसील में पीने के पानी की व्यवस्था न होने पर लोग जिला प्रशासन को कोस रहे हैं।
सदर तहसील में गोकुल से आए मुरली शर्मा ने का कहना है कि तहसील में लोग जनपदभर से आते हैं। यहां लोग कार्य कराने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क जमा करते हैं। लेकिन जन सुविधाओं का अभाव है। पीने का पानी और स्वच्छ टॉयलेट आम लोेगों के लिए नहीं है। लोग इसके लिए भटकते रहते हैं। यह जिला प्रशासन की जन समस्याओं को लेकर अनदेखी है। ऐसे में कैसे मथुरा स्मार्ट सिटी बनेगा?
अधिवक्ता मनोज कुमार शर्मा का कहना है कि तहसील परिसर में कई नल लग रहे हैं लेकिन वह काफी समय से बंद पड़े हुए हैं। इस कारण लोग गर्मी के शुरुआत में ही पेयजल के लिए परेशान हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि तहसील में कार्य के लिए सरकारी फीस तो निर्धारित की गई है। जिसे हर व्यक्ति को देना होता है लेकिन यहां पर किसी भी व्यक्ति के लिए पानी पीने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई। लोग गर्मी में इधर से उधर भटक रहे हैं।
शाही स्नानों के दिन वीआईपी के आने पर रोक, जानिए वृंदावन का नया ट्रैफिक प्लान
Posted by Neo News-Har Pal Ki Khabar on Friday, 5 March 2021
सदर तहसील में कार्य कर रहे अधिवक्ताओं की मानें तो उन्होंने कहा कि पूरी तहसील में सिर्फ मात्र एक ही नल है। जिसका पानी धूप के कारण गर्म हो जाता है और लोग उस पानी को नहीं पी सकते हैं। सदर तहसील में एक आरओ का प्लांट हंै लेकिन वह भी लंबे समय से बंद पड़ा है।
महाशिवरात्रि पर शिवलिंग की पूजा से दूर होते हैं कुंडली के ये नवग्रह दोष
Posted by Neo News-Har Pal Ki Khabar on Friday, 5 March 2021