मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय की एनएसएस की युनिटों ने देश में मनाए जा रहे आजादी के 75वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में ‘आजादी का अमृत महोत्व’ आयोजित किया। इस मौके पर वक्ताओं ने आजादी के महत्व और महात्मा गांधी के नमक आंदोलन, दांडी यात्रा के बारे में विस्तार से बताया है।
विश्वविद्यालय में संचालित एनएसएस(राष्ट्रीय सेवा योजना) तीनों युनिटों के सम्मिलित आयोजन में विश्वविद्यालय के डीन एकेडमिक संजीव कुमार शर्मा ने विद्यार्थियों को राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा किए जा रहे कार्यों को बताते हुए कहा कि समाज में अनेक समस्याएं विद्यमान हैं एनएसएस के स्वयंसेवियों का इन समस्याओं के रचनात्मक समाधान में बड़ा योगदान रहता है।
प्राकृतिक आपदाओं और बड़ी दुर्घटनाओं में एनएसएस से जुड़े युवाओं द्वारा किए जाने वाले योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। इस मौके पर संस्कृति स्कूल आफ मैनेजमेंट एंड कामर्स के डीन अंबरीश शर्मा ने कहा कि एनएसएस एक ऐसा संगठन है जिसके द्वारा समाज में किए जाने वाले कार्यों की सदा से प्रशंसा होती रही है। युवाओं को चाहिए कि एनएनएस से जुड़कर वे भी समाज के लिए काम आएं।
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Posted by Neo News-Har Pal Ki Khabar on Thursday, 11 March 2021
कार्यक्रम के दौरान एमबीए के छात्र प्रज्ञ शर्मा ने महात्मा गांधी द्वारा वर्ष 1930 में किए गए आंदोलन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अंग्रेज सरकार ने जब नमक पर कर लगा दिया तो महात्मा गांधी ने इस कानून के खिलाफ आंदोलन छेड़ा था। इस ऐतिहासिक सत्याग्रह में गांधी समेत 78 लोगों के द्वारा अहमदाबाद साबरमती आश्रम से समुद्रतटीय गांव दांडी तक पैदल यात्रा (390किलोमीटर) की गई थी। हमारे देश के स्वतंत्रता आंदोलन में इस सत्याग्रह की बड़ी भूमिका रही है। बी.काम. के छात्र दीपक शर्मा ने स्वतंत्रता आंदोलन और आजादी के महत्व पर प्रकाश डाला। छात्रा प्रतिका सिंह ने इस मौके पर नए-नए नारे बनाकर विद्यार्थियों के साथ उदघोष किया।
कार्यक्रम में संस्कृति विवि की एनएसएस की तीनों युनिटों के अधिकारी डा. केश चंद्र, डा. आशीष राय व दुर्गेश कुमार, प्रोग्राम कोर्डिनेटर डा. अंबरीश शर्मा, विवि के रजिस्ट्रार पूरन सिंह मौजूद रहे। कार्यक्रम की रूप रेखा का निर्देशन विवि की विशेष कार्याधिकारी श्रीमती मीनाक्षी शर्मा ने किया।
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