वृंदावन। वृंदावन कुंभ मेें आज फाल्गुन अमावस्या तिथि पर तीसरा और अंतिम शाही स्नान होगा। इससे पहले वैष्णव महंत एवं सतोंं की शाही पेशवाई धूमधाम के साथ वृंदावन के प्रस्थान किया है। तीन अनि और 18 अखाड़ों के श्रीमहंतों की अगुवाई में निकाली जा रही शाही पेशवाई (जुलूस) में हजारों की संख्या में महंत एवं महाण्डलेश्वरों के अलावा संत पूरे राजशाही अंदाज में चल रहे हैं।
शनिवर प्रात: करीब साढे नो बजे शाही पेशवाई कुंभ क्ष्ोत्र से शुुरु हुर्ई। पेशवाई में आगे-आगे अखाड़ो के वीर ध्वज लेकर संतजन चल रहे हैं। इसके पीछे पुष्पों से सजी धजी बग्घियों में तीन अनियों के श्रीमहंत चांदी और पुष्पों के छत्रों में विराजमान होकर चल रहे हैं। इनके पीछे अखाड़ों और खालासाओं के महंत जन, महामण्डलेश्वर और उनके पीछे वैष्णव संत पूरे उल्लास के साथ आगे बढ रहे हैं।
पेशवाई के मध्य नागा खिलाड़ी संत युद्ध कौशल का परिचय दे रहे हैं। उनके तलवारों, बनैटी, पटा, गुटका फिरकी को लोग कौतुहल पूर्वक दे रहे है। वहीं मार्ग में जगह-जगह भक्तजन पेशवाई में शामिल श्रीमहंत और संत एवं देशभर से आए हजारों भक्तों पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत कर रहे हैं। नगर भ्रमण करने के पश्चात शाही पेशवाई कुंभ क्षेत्र पहुंची। उसके बाद शाही स्नान की परंपरा का निर्वाह करेंगे।