मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में बलिदान दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में देश पर जान न्यौछावर करने वाले शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया। शिक्षकों और विद्यार्थियों ने आजादी के महत्व और उसके लिए अपना सर्वस्व निछावर करने वाली भावना के महत्व पर अपने वक्तव्य दिए।
संस्कृति विवि की राष्ट्रीय सेवा योजना(एनएसएस) इकाई द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में संस्कृति स्कूल आफ नर्सिंग के प्राचार्य डा. केके पाराशर ने कहा कि आज हम जिस आजाद मुल्क में सांस ले पा रहे हैं, उसकी आजादी के लिए शहीद भगत सिंह सहित हजारों स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राण गंवा दिए।
ये एक ऐसा आंदोलन था जिसमें हर वर्ग, हर धर्म और हर भारतवासी ने भाग लिया। सबका एक ही लक्ष्य था कि हमारा देश गुलामी की जंजीरों से मुक्त हो और देशवासी खुली हवा में सांस लें। स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने वाले किसी भी स्वतंत्रता सेनानी के योगदान को कम नहीं आंका जा सकता। ये दौर ऐसा था जब लोग हंसते-हंसते फांसी का फंदा चूम रहे थे। उन्होंने कहा कि आज हम ऐसे सारे लोगों को याद करके उनको नमन करते हैं।
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Posted by Neo News-Har Pal Ki Khabar on Tuesday, 23 March 2021
एनएसएस कोर्डिनेटर डा. अंबरीश शर्मा ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हम उनके बलिदान को कभी नहीं भूल पाएंगे। आज सारा देश इन स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त कर रहा है। कार्यक्रम में मौजूद छात्रों ने इस मौके पर देश की आजादी, स्वतंत्रता सेनानियों की जय के नारों से पूरे सभागार को गुंजित कर दिया। कार्यक्रम का संचालन केशचंद्र सिंह व गुलशन राठोर ने किया। कार्यक्रम में भाग लेने वाले विद्यार्थियों में आशुतोष वार्षेय, पलक, अभिषेक पटेल, संदीप, जतिन, कुंडू तरूप, शिवम गौतम, शमीम, शहनाज परवीन आदि तमाम छात्र-छात्राएं शामिल थे।
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