मथुरा। यमुनोत्री से शुरू हुई कलश पदयात्रा का कारवां लगातार बढ़ता ही जा रहा है। यात्रा जगह-जगह लोगों द्वारा स्वागत किए जाने के साथ ही समर्थन भी मिल रहा है। प्र्रोजेक्ट आत्मनिर्भर के तत्वावधान में खरसाली, यमुनोत्री से प्रारंभ हुई कलश पदयात्रा, यात्रा संयोजक रणजीत महेश पाठक के नेतृत्व में टिहरी गडवाल के नैनबाग से अगले पड़ाव यात्रिक आश्रम (जूडो) के लिए प्रस्थान किया।
यमुना महारानी के जयघोष के साथ पैदल यात्री स्थानीय गांववासियों के कदम से कदम मिला कर आगे बढ़ रहे हैं। पैदल यात्रियों को देख ग्रामीणों में भी उत्साह का संचार हो रहा है। यमुना पुल मंसूरी बेंड, सुन्तरा देवी पर वहां के महंत रोहित मिश्रा एवं दिलीप उनीयाल, अरविन्द उनियाल, मम्नेश उनियाल, प्रवेश उनियाल आदि यात्रा के स्वागत के लिए घंटों इंतज़ार करते रहे, लोगों ने पुष्प वर्षा और पटुका, मालाएं पहना कर पैदल यात्रिओं का भव्य स्वागत किया और “यमुना चली ब्रज की ओर” के नारे लगाए। यमुनोत्री से शुरू हुई कलश यात्रा में श्रद्धा का सैलाब लगातार बढ़ता जा रहा है लोग यमुना के शुद्धिकरण के लिए कलश यात्रा में शामिल होकर आव्हान कर रहे हैं।
यात्रा चिलहारा, खर्सोली, भेदियाना, कजसकी, बिन्हार, लाखवाड़ बेंड होते हुए जुडो की तरफ पहुंची। पड़ाव स्थल पर माँ यमुना की महा आरती, भजन संध्या एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों से यमुना के प्रति जन-जागरण लाने का आवाहन किया।
पदयात्रा में आयुष नारायण, मौनू पंडित, वसीम खान, संजय चतुर्वेदी, आशीष चतुर्वेदी, जाकिर हुसैन, आयुष मान्यवर, माखन, जुलजूल, धरमदास, मुकेश चतुर्वेदी, विनायक, वैद प्रकाश उनियाल, सुनील उनियाल, सौरभ उनियाल आदि रहे।