Sunday, November 24, 2024
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गोवर्धन परिेक्रमा मार्ग में लगी लोहे की चेनों ने छीना लोगों का चैन

गोवर्धन। गिरिराज परिक्रमा मार्ग में वाहनों के प्रवेश को रोकने को लगाई गई लोहे की चेन स्थानीय नागरिकों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। आये दिन वाइक सवार व ई-रिक्शा चालक इनकी चपेट मे आकर घायल हो रहे है वहीं मोटरसाइकिल सवारों की तो जान पर बन आयी है।


नेशनल ग्रीन ट्रिव्यूनल (एनजीटी) द्वारा गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में बड़े वाहनों के प्रवेश पर पाबंदी लगाने के आदेश जिला प्रशासन को दिए गए थे। प्रशासन ने आनन फानन में वाहनों को रोकने के लिए परिक्रमा मार्ग में प्रवेश द्वारों पर एंगल लगा कर लोहे की चैन लगा दी जिससे वाइक सवारों को तो निकलने में परेशानी होती ही है वहीं परिक्रमार्थी श्रद्धालुओं को भी चैनो के नीचे झुक कर या फिर चैन उठाकर निकलना पडता है। अभी हाल ही में आन्यौर परिक्रमा मार्ग में सेवाकुंज पर लगायी गयी लोहे की चैन घातक सिद्ध हो रही है। स्थानीय वाइक सवार लोग जानकारी के अभाव में उक्त चैन से टकरा कर घायल हो रहे है। सोमवार को भी उक्त लोहे की चैन से टकराने से स्थानीय व्यापारी नेता का युवा पुत्र गंभीर हैड इंजरी का शिकार हो गया।

सोमवार शाम को आयुष खंडेलवाल पुत्र संजीव खंडेलवाल अपने चचेरे भाई आशीष के साथ स्कूटी से परिक्रमा मार्ग में जा रहा था कि दोनों भाई लोहे की चैन से टकरा गये तथा चपेट में आ कर चैन पर लटक गये। जहां आयुष के चेहरे व सिर पर गंभीर चोटें आने के चलते उसको पहले मथुरा के निजी हास्पीटल में भर्ती कराया गया उसके बाद फरीदाबाद के मल्टी स्पेशियलटी हास्पीटल में भर्ती करवाया गया है जहाँ उसके चेहरे व सिर का आपरेशन किया गया है। आशीष खंडेलवाल के भी चोटै आई है।

लोहे की चैनो का एक मात्र उदाहरण नही है। 27 मार्च को परिक्रमा मार्ग के नगला सेहू निवासी बाबू व उनकी पत्नी भी मोटर साइकिल से निकलते समय लोहे की चैन की चपेट में आकर गिर गये। लोहे की चैन बाबू के गले पर लगने से उनकी आवाज भी प्रभावित हो गयी वहीं दोनों पति पत्नी के शरीर पर भी चोट लगी। इसी दिन आन्यौर निवासी ई रिक्शा चालक सोनू ठाकुर भी चैन की चपेट में आकर घायल हो गया तथा गले पर चोट लगी।

जनवरी 2019 में तो इन लोहे की चैन की चपेट मे आकर कस्वा के व्यवसाई शीतल अग्रवाल के युवा पुत्र आयुष अग्रवाल के गले पर ऐसी गहरी चोट लगी कि इस युवा की आवाज आज तक नही लौट सकी है। लोहे की चैनो से आये दिन हो रही घटनाओ से स्थानीय लोगो मे रोष व्याप्त है।

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Posted by Neo News-Har Pal Ki Khabar on Monday, 29 March 2021

सामाजिक कार्यकर्ता मनीष लम्बरदार का कहना है कि एनजीटी की आड में प्रशासनिक लापरवाही के चलते स्थानीय राहगीरों को परेशानी उठानी पड रही है। यह प्रशासनिक विफलता का उदाहरण है कि लोहे की चेंनों से गोवर्धन क्षेत्र को जकड कर रख दिया गया है।

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