मथुरा। प्रोजेक्ट आत्मनिर्भर के तत्वावधान में खरसाली, यमुनोत्री से प्रारंभ हुई यमुना कलश पदयात्रा यात्रा संयोजक रणजीत महेश पाठक के नेतृत्व में रविवार को शंकराचार्य आश्रम (कैराना) से टांडा, छपरोली होते हुए महात्मा विदुर की जन्मस्थली बदरखा के शिव मंदिर की ओर प्रस्थान किया । यात्रा में 33 किलोमीटर के पैदल सफ़र के दौरान यात्रा के मध्य में टांडा पहुंचने पर ग्रामवासियों ने फल-आहार देकर पदयात्रियों का स्वागत किया।
यात्रा के छपरौली बाज़ार पहुँचने पर डॉ. जगपाल सिंह के नेतृत्व में स्थानीय व्यापारियों ने सम्पूर्ण बाज़ार में पुष्प वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया। पदयात्रियों को जल पान कराने के पश्चात पैदल चलते हुए ग्राम बदरखा पहुचे।
यात्रा में विशेष रूप से बार एसोसिएशन गाजियाबाद के सचिव मनमोहन शर्मा, दीपेन्द्र भारद्वाज ने अपने सहयोगियों के साथ कलश डोली के साथ चल कर “कुछ कदम माँ यमुना के लिए माँ यमुना के साथ” को सार्थक किया।
पद-यात्रा के अपने पड़ाव स्थल शिव मंदिर बदरखा पहुँचने पर विनोद कुमार व पटवारीलाल पवार के नेतृत्व में पवन कुमार शर्मा, वीरेंदर सिंह, सूरजमल, हंसपाल, डॉ. जगत सिंह और सतवीर सिंह ने स्वागत कर पद यात्रियों व कलश के आतिथ्य सत्कार की व्यवस्थाओं को सम्भाला। सांय को बदरख स्थित यमुना मंदिर के महंत गंगा दासजी के नेतृत्व में ग्राम भ्रमण कर यमुना तट पहुँच। यहां सामूहिक रुप से दीपदान एवं सत्संग किया गया।
पदयात्रा में पंडित रत्नेश, सुरेन्द्र चतुर्वेदी, मोहिताचार्य, प्रवेश उनियाल, आयुष नारायाण, वसीम खान, माखन, जुलजूल, धरमदास, मुकेश चतुर्वेदी, विनायक, वैद प्रकाश उनियाल, सुनील उनियाल, सौरभ उनियाल आदि उपस्थित थे।