मथुरा। जिला पंचायत चुनाव परिणाम घोषित होने के दौरान जिला प्रशासन से एक बड़ी चूक हो गई। बहुजन समाज पार्टी कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त हो गया। पूर्व मंत्री एवं विधायक पं. श्यामसुन्दर शर्मा द्वारा डीएम से संपर्क करने के बाद बसपा के विजयी प्रत्याशी को एक संशोधित विजयी प्रमाणपत्र मिल सका। दरअसल निर्वाचन अधिकारी ने वार्ड संख्या 31 से निर्वाचित बसपा समर्थित प्रत्याशी खेचचंद का प्रमाणपत्र किसी और को थमा दिया। इसकी जानकारी तब हुई जब विजयी प्रत्याशी खेमचन्द प्रमाणपत्र लेने के लिए डीएम के पास पहुंचे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला पंचायत के वार्ड संख्या 31 से निर्वाचित बसपा समर्थित प्रत्याशी खेमचंद अपना प्रमाण पत्र लेने जिला अधिकारी के समक्ष पहुंचे। उन्होंने बताया विजय प्रमाण पत्र दूसरा प्रत्याशी ले जा चुका है। यह खबर बहुजन समाज पार्टी कार्यकर्ता में पहुंची तो हंगामा हो गया। इसकी जानकारी मिलते ही पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक पंडित श्याम सुंदर शर्मा हरकत में आ गए और उन्होंने इसे लेकर जिला अधिकारी से बात की। जिलाधिकारी के आदेश के बाद बसपा समर्थित प्रत्याशी खेमचंद को विजयी प्रमाण पत्र संशोधित कर प्रदान किया गया।
बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेता इंजीनियर राजकुमार शर्मा ने बताया जिला पंचायत सदस्य वार्ड 31 में मतगणना के बाद बसपा समर्थित प्रत्याशी खेमचंद को विजयी घोषित किया गया था। जब वे अपना विजय प्रमाण पत्र लेने चुनाव अधिकारी के पास पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि विजय प्रमाण पत्र तो उनसे पीछे रहे योगेश पचहरा को दिया जा चुका है। यह सुनते ही बसपा कार्यकर्ताओं नाराज हो गए। रोष व्याप्त हो गया। वे इसके खिलाफ आवाज बुलंद करने लगे। यह खबर जैसे ही पूर्व मंत्री और वर्तमान बसपा विधायक पंडित श्याम सुंदर शर्मा को पता लगी तुरंत सक्रिय हो गए।
उन्होंने जिलाधिकारी नवनीत चहल से वार्ता की उन्हें बताया गया गलत जानकारी देने के चलते अन्य प्रत्याशी योगेश पचहरा निर्वाचन अधिकारी को गुमराह कर प्रमाण पत्र ले जा चुके हैं। इस पर जिलाधिकारी ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौरव ग्रोवर से बातचीत की और योगेश पचहरा को प्रमाण पत्र सहित हिरासत में लेने का आदेश दिए।
योगेश पचहरा प्रमाणपत्र लेने की बाद घर से गायब हो गया है। तब जिला अधिकारी द्वारा जिला पंचायत सदस्य वार्ड 31 से घोषित प्रत्याशी खेमचंद को संशोधित विजई प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।