लखनऊ। कोरोना संक्रमण के बीच लोग जरूरतमंदों की मजबूरी का फायदा उठाकर आपदा में अवसर की कहावत को सच कर रहे हैं। कहीं जरूरतमंदों को ऊंचे दामों में ऑक्सिजन सिलिंडर उपलब्ध कराया जा रहा है तो कहीं ऊंचे दामों पर मिल रही नकली और असली दवाइयों का खेल चल रहा है। इन सबके बीच राजधानी लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया। यहां खुद को डॉक्टर बताकर लोगों से इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूलने वाला एक शिक्षक पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
ठगी करने के लिए खुद को मेडिकल स्टाफ बताता था सरकारी शिक्षक
लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र में जहां बुधवार शाम 45 साल के शशिवेंद्र पटेल नाम के एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस टीम से मिली जानकारी के अनुसार, शातिर शशिवेंद्र माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से एक सरकारी शिक्षक होने के बावजूद महामारी के दौर में अवसर तलाश कर मजबूर लोगों से ठगी करने के लिए खुद को नव्या कोर मेडिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का कंसलटेंट, जोनल मैनेजर, चीफ मार्केटिंग ऑफिसर और मेडिकल स्टाफ बताता था। इतना ही नहीं, वह अपने पास डॉक्टरों की बड़ी टीम होने का दावा करते हुए जरूरतमंदों से इलाज के नाम पर मोटी रकम भी वसूलता था।
महिला की शिकायत पर दर्ज हुआ था मुकदमा
चिनहट थाने के इंस्पेक्टर ने बताया कि पूर्व में एक महिला की शिकायत पर आरोपी शशिवेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। जिसमें महिला ने शशिवेंद्र पर आरोप लगाते हुए कहा था कि शशिवेंद्र ने महिला के पति के इलाज के लिए उससे मोटी रकम वसूली और फिर इलाज भी नहीं किया। उपचार न मिलने की वजह से उसके पति की मृत्यु हो गई। आरोपित शशिवेंद्र के खिलाफ धारा संख्या 420, 304, 270 के साथ 3 महामारी अधिनियम 1897, 51 आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 व 15(3) मेडिकल काउंसिल एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।