मथुरा। 2700 से अधिक अलग-अलग तरह के ऑफ रोड़ टायरों को तैयार कर विभिन्न देशों में सप्लाई करने वाली बीकेटी टायर्स कंपनी ने जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के पॉलीटेक्निक संस्थान के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के 23 व इलेक्ट्रिकल के 4 छात्रों को रोजगार दिया है।
महामारी के इस दौर में भी जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के पॉलीटेक्निक संस्थान के मैकेनिकल इंजीनियरिंग एवं इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग छात्रों को रोजगार के देने के लिए बीकेटी टायर्स कंपनी के पदाधिकारियों ने छात्रों से ऑनलाइन मोड़ के माध्यम से साक्षात्कार के दौरान तकनीकी कौशल, रीजनिंग ऐबिलिटी, एप्टीट्यॅूड व करेंट अफेयर्स से संबंधित जानकारी को बारीकी से परखा। तत्पश्चात् 27 चयनित छात्रों की सूची जारी की।
बीकेटी टायर कंपनी में चयनित डिप्लोमा मैकेनिकल के छात्र रिशभ दुबे ने बताया कि जीएलए पॉलीटेक्निक से मिली उत्कृष्ट शिक्षा के माध्यम से यह मुकाम हासिल हुआ है। छात्र यश पांडेय ने बताया कि संस्थान में प्रेक्टिकल एक्सपोजर, टीचिंग लर्निंग वेल्यूएशन, इंफ्रास्ट्रक्चर, छात्र सहयोग व इनोवेषन उच्च स्तरीय है। डिप्लोमा इलेक्ट्रिकल के छात्र मौ. रफीक ने संस्थान की लैबों की सराहना करते हुए कहा कि इनमें भरपूर मात्रा में प्रायोगिक उपकरण मौजूद हैं, जिन पर छात्र-छात्राएं अनुभवी शिक्षकों के कुशल नेतृत्व में महत्वपूर्ण ज्ञान अर्जित करते हैं।
विश्वविद्यालय के डीन रिसोर्स जेनरेशन एंड प्लानिंग प्रो. दिवाकर भारद्वाज एवं प्राचार्य डॉ. विकास कुमार शर्मा ने विश्वस्तरीय कंपनी में छात्रों के चयन पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि पॉलीटेक्निक संस्थान छात्र-छात्राओं को बेहतर प्लेसमेंट प्रदान करने हेतु प्रारंभ से ही पाठ्यक्रम में निरंतर सुधार, बेहतरीन टेज्निंग प्रोग्राम, नवीनतम तकनीकी पर प्रयोगशालाओं का आयोजन, पर्सनल्टी डेवलपमेंट आदि पर विशेष ध्यान देता है। इसी कारण छात्रों को कंपनियों में साक्षात्कार एवं ऑनलाइन परीक्षा के दौरान अधिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है। पॉलीटेक्निक संस्थान में ही इस वैष्विक महामारी के दौरान छात्रों का विशेष ध्यान रखते हुए आधुनिक टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी देने हेतु इलेक्ट्रिकल विभाग में आईओटी तथा एआई पर अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया।
भारतीय रेलवे, सीआरआइएस के नेटवर्क स्पेशलिस्ट पवन कुमार के द्वारा छात्र-छात्राओं को इस नई तकनीकी का उपयोग कहां और कैसे करते हैं के बारे में अवगत कराया। इस व्याख्यान से छात्रों ने यह भी जाना कि अपने घरेलू उपकरणों को कैसे कंट्रोल कर सकते हैं। संस्थान के डीन रिसोर्स जेनरेशन एंड प्लानिंग डॉ. दिवाकर भारद्वाज एवं प्राचार्य डॉ. विकास कुमार शर्मा ने बताया कि इस टेक्नोलॉजी के द्वारा छात्र अपने प्रोजेक्ट तथा पेटेंट में इसका उपयोग कर सकेंगे। इस मौके पर हरीओम, अमन श्रीवास्तव, गिरिजापति शर्मा ने कार्यक्रम को सफल बनाया।