जी.एल. बजाज मथुरा में आनलाइन वेबिनार में विशेषज्ञों ने साझा किए विचार
मथुरा। हर जीवनकाल में संचार का विशेष महत्व रहा है। मानव जीवन में एक-दूसरे की कुशलक्षेम जानने से लेकर आवश्यकताओं की पूर्ति में हम जिन माध्यमों का प्रयोग करते हैं वही संचार है। 21वीं सदी को सूचना क्रांति के रूप में जाना जाता है। संचार माध्यमों ने न केवल मनुष्य के जीवन को आसान बनाया है बल्कि अकादमिक और व्यावसायिक क्षेत्रों को भी काफी प्रभावित किया है। यह विचार मंगलवार को जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा में आयोजित आनलाइन वेबिनार में सूचना प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों ने व्यक्त किए।
जी.एल, बजाज में अकादमिक और व्यावसायिक जीवन में संचार के महत्व विषय पर आयोजित वेबिनार में “मेकिंग यू प्लेसमेंट रेडी” मिशन के अध्यक्ष और विश्व बैंक में सलाहकार सुनील कुमार गुप्ता ने कहा कि हर इंसान के जीवन में कहीं न कहीं कुछ चीजों की आवश्यकता होती है। हम अपनी आवश्यकता की पूर्ति के लिए जिस माध्यम का प्रयोग करते हैं वही संचार है। विभिन्न औद्योगिक और शैक्षणिक संगठनों से जुड़े श्री गुप्ता ने कहा कि संचार दूसरों को हमारे विचारों को बताने की एक प्रक्रिया है। श्री गुप्ता ने कहा कि व्यावसायिक जीवन को अक्षुण्ण रखने, पेशेवर सम्बन्धों के महत्व को समझने के लिए संचार के तरीकों का विकास करना समय की आवश्यकता है।
संस्थान की निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) नीता अवस्थी ने कहा कि कोई भी माध्यम लिखित सन्देश, ऑडियो, वीडियो आदि संचार के ही विभिन्न माध्यम हैं। ये सभी महत्वपूर्ण हैं और विभिन्न तरीकों से हमारी मदद करते हैं। यह कई मायनों में उपयोगी हैं। हम इनका इस्तेमाल किस संदर्भ में करते हैं, यह अलग बात है। प्रो. अवस्थी ने कहा कि संचार माध्यमों ने अकादमिक तथा व्यावसायिक क्षेत्रों को काफी लाभ पहुंचाए हैं। उन्होंने कहा कि जब भी कोई व्यक्ति किसी नई चीज का आविष्कार करता है, तो यह हमें नई चीजों को सीखने में मदद करता है।
संचार माध्यमों ने जहां शिक्षकों को अपडेट रहने में मदद की है वहीं छात्र-छात्राओं को नए-नए एक्सपोजर प्रदान किए हैं। स्टूडेंट वेलफेयर अध्यक्ष डॉ. श्रवण कुमार ने अकादमिक और व्यावसायिक जीवन में संबंधों और संचार माध्यमों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अच्छे संचार कौशल वाला व्यक्ति आत्मविश्वासी होता है। वह लोगों के सामने अपने विचार स्पष्ट रूप से व्यक्त करता है। कार्यक्रम के सह-समन्वयक निशांत कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया। सभी प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम की अवधारणा नोट साझा की। छात्र मंत्र चड्ढा ने सभी अतिथियों के विषय में संक्षिप्त जानकारी दी।