मथुरा। कोरोना महामारी के चलते जिले में बेसहारा हुए बच्चों को प्रशासन जल्द ही सहायता देने जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा अभी तक ऐसे 10 बच्चों को चिह्नित कर लिया है। ऐसे बच्चों के सत्यापन का कार्य जिला प्रोवेशन अधिकारी द्वारा किया जा रहा है। प्रदेश सरकार की बाल सेवा योजना के तहत इन बच्चों को आर्थिक मदद दी जाएगी। जिन बच्चों के सिर से मां और पिता का साया कोरोना ने छीन लिया है। उनकी रहने, खाने और शिक्षा का जिम्मा भी जिला प्रशासन द्वारा उठाया जाएगा।
महामारी के कारण कई बच्चों के माता-पिता, दोनों का निधन हो गया तो कई के माता-पिता में से एक ने दुनिया छोड़ दी। ऐसे बच्चों के भरण-पोषण को लेकर संकट खड़ा हो गया। शासन के निर्देश पर जिला प्रोबेशन अधिकारी की ओर से पूरे जिले में सर्वे कराकर ऐसे बच्चों को चिन्हित् किया जा रहा है। अभी तक जो बच्चे चिन्हित हुए हैं, उनमें से कईयों के माता-पिता दोनों का निधन हो चुका है, तो कई ऐसे हैं जिनमें से कोई एक छोड़कर चला गया है। बाल सेवा योजना के तहत बच्चों की देखभाल के लिए हर माह चार हजार रूपये दिए जाएंगे। लड़ंकियों की शादी के लिए भी आर्थिक सहायता देने की योजना है। जिनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं होगा, प्रशासन की ओर से उनके रहने, खाने व पढ़ने का इंतजाम किया जाएगा।
सत्यापन के बाद एक सप्ताह में सहायता
प्रदेश सरकार की ओर से घोषित योजना का लाभ बेसहारा बच्चों को देने के लिए जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल की अध्यक्षता में दिशा निर्देश के बाद सत्यापन का कार्य शुरू हो चुका है। शहर क्षेत्र में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, लेखपालों के माध्यम से बच्चों का सत्यापन कराने का कार्य किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में सभी खंड विकास अधिकारियों एवं नगर क्षेत्रों में नगर पंचायत विकास अधिकारियों को सौंपी गई है।
जिला प्रोबेशन अधिकारी अनुराग श्याम रस्तोगी का कहना है कि कोरोना महामारी के करण बेसहारा हुए करीब 10 बच्चों को अभी तक चिन्हित किया गया है। जिले में सत्यापन का कार्य भी चल रहा है। सत्यापन के बाद जल्द बच्चों के लिए बाल सेवा योजना के तहत सहायता उपलब्ध करा दी जाएगी।
यहां दे सकते हैं अनाथों की सूचना-
चाइल्ड लाइन हेल्प लाइन नंबर- 1098
महिला हेल्पलाइन नंबर- 181
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की हेल्पलाइन नंबर 011-23478250
जिला प्रोबेशन अधिकारी – 9450211971