मथुरा। नए रोडवेज बस स्टेंड पर यात्रियों को लेकर रोडवेज कर्मचारियों और प्राइवेट बस चालकों के बीच जबर्दस्त विवाद हो गया। प्राइवेट बस चालकों ने स्टेशन प्रबंधक पर हमला कर उसे घायल कर दिया। मौके पर पहुची यातायात पुलिस ने भी प्राइवेट बस चालकों का साथ देते हुए रोडवेज कर्मचारियों के साथ मारपीट की। घटना से आक्रोशित रोडवेज कर्मियों ने बस को रोड पर खड़ा कर चक्का जाम लगाया और विरोध प्रदर्शन किया। रोडवेजकर्मियों के आक्रोश को देख पुलिस के हाथपांव फूल गए। बामुश्किल जाम खुलवाया। रोडवेज कर्मियों ने प्राइवेट बस चालकों और यातायात पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।
सोमवार को प्राइवेट बस चालक और कडंक्टर रोडवेज के नए बस स्टेंड के सामने यात्रियों को बसों में भर रहे थे। तभी रोडवेज बस स्टेशन के प्रबंधक विजय कुमार ने प्राइवेट बस चालकों से बस स्टेंड से बसों को हटाने को कहा। इस पर प्राइवेट बस चालक और कंडक्टरों के साथ यातायात पुलिस ने भी स्टेशन प्रबंधक के साथ मारपीट कर घायल कर दिया। कुछ ही समय में विवाद बढ् गया। सभी रोडवेज कर्मी मौके पर आ गए। यातायात पुलिस भी इस विवाद में संलिप्त हो गई और मारपीट करने लगी। इस पर रोडवेज कर्मियों ने रोड के बीचोंबीच बस खड़ी कार चक्का जाम लगा दिया और यातायात पुलिस और प्राइवेट बस चालकों के विरोध में प्रदर्शन करने लगे। करीब आधे घंटे चले प्रदर्शन से जबर्दस्त जाम लग गया। मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने रोडवेज कर्मियों को शांत किया और याताया पुलिस कमी और प्राइवेट बस चालकों के विरुद्ध कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद जाम खोला गया।
रोडवेज बस स्टेशन प्रबंधक विजय कुमार का कहना है कि प्राइवेट बस चालकों द्वारा रोडवेज बस स्टेशन के सामने बसों को अवैध रुप से खड़ा किया जा रहा है। अधिकांश प्राइवेट बसें कंडम हैं। यातायात नियमों की अनदेखी कर रही है। रोड पर जाम का बड़ा कारण बन रही है इसके बावजूद यातायात पुलिस प्राइवेट बस चालकों को अनदेखी कर रोडवेज कर्मियो के साथ मारपीट कर रही है। ऐसे पुलिसकर्मियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। प्राइवेट बस चालकों के कारण रोडवेज घाटे में जा रही है। बसों को हटाने की कहने पर रोडवेज कर्मियों के साथ पुलिस के साथ मिलकर मारपीट कर रहे हैं।
क्षेत्रीय चौकी प्रभारी नीरज भाटी का कहना है कि सवारियों को लेकर प्राइवेट बस वालों और रोडवेजकर्मियों में झगड़ा हो गया था। इसी बात को लेकर रोडवेज कर्मियों ने बस लगाकर जाम लगा दिया। समझाबुझाकर जाम को खुलवा दिया गया है। किसी पक्ष की ओर से कोई तहरीर नहीं आई है।