वृंदावन। बेरोजगारी से तंग आकर युवक ने फांसी के फंदे पर झूलकर अपनी जान दे दी। पिछले वर्ष लॉकडाउन में युवक की नौकरी चली गई थी। उसने किराने की दुकान खोली लेकिन वह भी नहीं चल सकी इस बात को से युवक हताश था। मृतक युवक रिटायर्ड पुलिसकर्मी का पुत्र था। मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम जांच पड़ताल कर रही है।
गौरानगर कालोनी में रहने वाले रिटार्यड पुलिसकर्मी सुरेशचंद गौड़ का तीस वर्षीय पुत्र सचिन की पिछले वर्ष लॉकडाउन के दौरान जॉब चली गयी थी। इसके बाद सचिन ने किराने की दुकान भी खोली लेकिन सफलता नहीं मिली। सचिन काफी समय से हताश था।
पड़ोसियों के अनुसार सचिन ने कुछ समय पहले भी आग लगाकार जान देने की कोशिश की थी।लेकिन परिजनों की सतर्कता के चलते बड़ी घटना होने से रह गयी। लेकिन आज सचिन दोपहर में खाना खाकर ऊपर अपने कमरे में चला गया। परिजनों ने देर सायं तक उसके नीचे नही आने पर दरवाजा खटखटाया तो अंदर से बंद था। काफी देर तक जब दरवाजा नही खुला तो किसी अनहोनी की आशंका से ग्रसित परिजनों ने पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया तो सचिन पंखे से लटका हुआ था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उसकी कलाई से खून भी बह रहा था। सम्भवत: उसने फंदा लगाने से पहले अपनी नस भी काट ली हो। पुलिस और फारेंसिक की टीम मामले की जांच कर रही है।