मथुरा। संस्कृति आयुर्वेद मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल द्वारा लगाए जा रहे निशुल्क चिकित्सा सहायता शिविर के क्रम में एक शिविर छाता के खरौट गांव में आयोजित किया गया। शिविर में क्षेत्रीय लोगों को निशुल्क चिकित्सा परामर्श, दवाओं का वितरण किया गया। इस मौके पर चिकित्सकों ने शिविर में आने वाले लोगों को अच्छे स्वास्थ्य का महत्व और कोरोना से बचाव के बारे में भी विस्तार से बताया।
प्रातः 10 बजे से शुरू होने वाले इस शिविर में अपनी स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे। उन्होंने शिविर में उपस्थित चिकित्सकों से कई बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी हासिल की। इस मौके पर ग्रामीणों को जानकारी देते हुए चिकित्सकों ने बताया कि आयुर्वेद एक प्राचीन चिकित्सा पद्धति है और भारत की यह एक ऐसी दोषरहित चिकित्सा पद्धति है जिसपर हर देशवासी गर्व कर सकता है। ऋषियों के अथक परिश्रम और वर्षों के शोध का फल है।
संस्कृति आयुर्वेद कालेज की जनरल मेडिसिन एवं बाल रोग विशेषज्ञ डा. दिव्याश्री ने बताया कि आयुर्वेद ही ऐसी चिकित्सा पद्धति है जो रोगों का जड़ से निदान करती है। आयुर्वेदिक औषधियों का कोई साइड अफेक्ट नहीं होता। चिकित्सक की देखरेख और मशविरे से अनेक असाध्य रोगों का भी इस पद्धति में इलाज संभव हो सका है।
शिविर का शुभारंभ गांव खरौट के प्रधान मेहर पाल ने किया। संस्कृति आयुर्वेद कालेज के चिकित्सकों ने शिविर के दौरान आए लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर संबधित परामर्श दिया। जिन लोगों में किसी रोग के लक्षण पाए गए उनको निशुल्क दवाई देकर उपचार के निर्देश दिए। शिविर में जनरल मेडिसिन एवं बाल रोग विशेषज्ञ विशेषज्ञ डा. दिव्याश्री, आंख, कान, नाक और गला रोग विशेषज्ञ डा. वैशाख मौजूद रहे।