Tuesday, November 26, 2024
Homeशिक्षा जगतमशीन लर्निंग से रूबरू हुए जी.एल. बजाज के छात्र-छात्राएं

मशीन लर्निंग से रूबरू हुए जी.एल. बजाज के छात्र-छात्राएं


मैटलैब के साथ मशीन लर्निंग पर हुआ वेबिनार


मथुरा। जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस, मथुरा में गुरुवार को मैटलैब के साथ मशीन लर्निंग पर वेबिनार का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता विशेषज्ञ अखिलेश कुमार सिंह ने छात्र-छात्राओं को बताया कि आने वाला समय आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस क्लाउड कम्यूुमटिंग एवं मशीन लर्निंग का होगा। उन्होंने मशीन लर्निंग के एप्लीकेशंस पर विस्तार से चर्चा की तथा छात्र-छात्राओं द्वारा पूछे गए प्रश्नों के जवाब दिए। इस कार्यक्रम के समन्वयक नितिन कुमार साहू (एचओडी, ईसीई) ने सत्र की शुरुआत की और आशीष अग्रवाल ने स्वागत भाषण देने के साथ ही वेबिनार के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।


मुख्य वक्ता अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि दुनिया तकनीकी रूप से समृद्ध हो रही है, ऐसे में हमारी युवा पीढ़ी को बदलती टेक्नोलॉजी को आत्मसात करना चाहिए। श्री सिंह ने कहा कि विकसित देशों में घरों के अधिकतम कार्यों में टेक्नोलॉजी का उपयोग हो रहा है, जैसे मोबाइल पर क्लिक करने से ही घरों में लगे बल्ब का जलना एवं बुझना, एयर कंडीशनर्स का ऑन-ऑफ होना, घरों में लगे पर्दों का खुलना एवं बंद होना, ऑफिस से मोबाइल द्वारा अपने घरेलू उपकरणों को ऑन-ऑफ कर देना प्रमुख हैं।

श्री सिंह ने बताया कि भारतीय सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री एवं भारत में टेक्नोलॉजी के उपयोग एवं अनुप्रयोग में हम अभी बहुत पीछे हैं, लेकिन भारत इस दिशा में प्रगति की ओर अग्रसर है। यहां टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में रोजगार की सम्भावनाएं बढ़ती जा रही हैं। अखिलेश कुमार सिंह ने अपने वर्तमान शोध कार्य की शुरुआत के साथ अपनी बात शुरू की। उन्होंने मैटलैब के साथ मशीन लर्निंग के भागों यानी मशीन लर्निंग क्या है, मशीन लर्निंग के प्रकार, मशीन लर्निंग वर्कफ्लो, डेमो आदि पर विस्तार से प्रकाश डाला।

उन्होंने मशीन लर्निंग का संक्षिप्त परिचय और मशीन लर्निंग के प्रकार के बारे में बताया। इसके बाद उन्होंने उदाहरण के साथ पर्यवेक्षित और अनुपयोगी मशीन लर्निंग को समझाया। उन्होंने पर्यवेक्षित और अनुपयोगी मशीन सीखने के लिए उपयोग किए जाने वाले मैटलैब टूल की व्याख्या की। उन्होंने डेमो के माध्यम से छात्र-छात्राओं को सभी चरणों डेटा आयात, डेटा सफाई, प्रशिक्षण, परीक्षण और सत्यापन के बारे में समझाया। अंत में उन्होंने छात्र-छात्राओं से मशीन लर्निंग पर विशेष ध्यान देने को कहा। संस्थान की निदेशक प्रो. (डॉ.) नीता अवस्थी ने मुख्य वक्ता अखिलेश कुमार सिंह का आभार माना।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments