तेलंगाना। आप ने घर में किसी काम के लिए पैसों के बचाकर रखे हैं और आपको एक दिन पता चले की आपके उस जमापूंजी को चूहों ने कुतर दिया। अब वह पैसे आपके किसी काम के नहीं रहे है साथ ही बैंक भी उन पैसों को लेने से इनकार कर दे, सोचिए आप क्या बीतेगी। कुछ ऐसा ही मामला तेलंगाना में देखने को मिला जहां चूहों ने एक बुजुर्ग किसान के करीब 4 लाख रुपये कुतर दिए, जो उसने अपने इलाज के लिए बचाकर रखे थे। दरअसल, सब्जियां बेचकर परिवार का पेट पालने वाले रेड्या नायक को कुछ साल पहले मेडिकल जांच में मालूम चला था कि उनके पेट में ट्यूमर है। इसके बाद से वह अपने इलाज के लिए पैसा इकठ्ठा कर रहे थे।
सब्जी बेचकर और उधार लेकर पैसा एकत्र किया
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रेड्डी नायक तेलंगाना के इंदिरानगर थांडा के वेमनूर गांव के रहने वाले है। उन्होंने अपने पैसों को एक बैग में डालकर आलमारी में रख दिया था, लेकिन एक दिन जब रेड्डी ने आलमारी खोली तो देखा कि सारा पैसा चूहों ने कुतर डाला है। सब्जी विक्रेता रेडया के अनुसार, उसके पास इतने पैसे नहीं थे। लेकिन उसे जल्द से जल्द ट्यूमर का इलाज कराना था। क्योंकि उसका दर्द बढ़ता ही जा रहा था, जो असहनीय था।
नाइक पेट में गंभीर दर्द से पीड़ित हैं
पीड़ित नाइक पेट में गंभीर दर्द से पीड़ित हैं। उन्होंने डॉक्टरों से परामर्श लिया, जहां उन्हें पता चला कि उनके पेट में एक गांठ। डॉक्टरों ने उन्हें महबूबाबाद के निजी अस्पताल में जाकर सर्जरी कराने की सलाह दी, जिसमें 4 लाख रुपए का खर्चा आना था।
बैंक अधिकारियों ने पैसे लेने से इनकार किया
रेड्डी नायक ने सब्जी बेचकर और उधार लेकर पैसा एकत्र किया। कुछ दिनों बाद जब उसने तिजोरी में रखे पैसे निकाले तो उसके होश उड़ गए। सारे पैसों को चूहों ने कुतर दिया था। स्थानीय लोगों ने उसे बैंक जाकर पैसे बदलने की सलाह दी। इस पर वह बैंक गया, लेकिन यहां भी उसे मायूसी ही हाथ लगी। बैंक अधिकारियों ने पैसे लेने से इनकार कर दिया और हैदराबाद के रिजर्व बैंक जाने की सलाह दी। हालांकि आरबीआई का बैंकों को गंदे और क्षतिग्रस्त नोटों को बदलने का निर्देश है, लेकिन चूहों द्वारा कुतरे हुए नोटों के बारे में कुछ भी नहीं बताया गया है।