मथुरा। जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा की बीएससी बायोटेक की छात्रा को बिहार स्थित एक विश्वविद्यालय में आयोजित विश्वस्तरीय कॉन्फ्रेंस में ‘बेस्ट ओरल प्रेजेंटेशन‘ के खिताब से नवाजा गया है। यह खिताब छात्रा को क्षारीय मिट्टी में दलहनीय पौधों की बढ़त कैसे की जाय पर बेहतर रिसर्च करने पर दिया गया है।

क्षारीय भूमि की मिट्टी में अधिक लवणता के कारण दलहनीय पौधों में नाइट्रोजन स्थरीकरण नहीं हो पाता है, जिससे पौधों की वृद्धि रूक जाती है, जो कि चिंता का विशय है। लवणीय एवं क्षारीय भूमि की मिट्टी पर रिसर्च करते हुए जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा बीएससी बायोटेक की छात्रा सोनल शर्मा ने मेथी दाना पौधे की मिटटी से ऐसे बैक्टीरिया को निकाला जो पौधे की वृद्धि को सामान्य मिटटी में ही नहीं अपितु लवणीय मिटटी में भी बढ़ा सकता है। हालांकि इस पर अभी बड़े पैमाने पैर शोध कार्य होना बाकी है।
बायोटेक विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर अनुकूल वैष्णव के मार्गदर्शन में किए गए शोध को छात्रा सोनल ने बिहार राज्य में स्थित गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित विश्वस्तरीय सम्मेलन में प्रेषित किया। इस सम्मेलन में देश-विदेश के शोधकर्ताओं ने भाग लिया। जहां छात्रा के रिसर्च को बेहतर पाया। इस दौरान छात्रा को ‘बेस्ट ओरल प्रेजेंटेशन‘ अवार्ड से नवाजा गया। सोनल शर्मा की इस उपलब्धि से न केवल बायोटेक विभाग अपितु सम्पूर्ण विश्वविद्यालय खुश है।
विभागाध्यक्ष प्रो. शूरवीर सिंह ने सोनल शर्मा एवं डॉ. अनुकूल वैष्णव को शुभकामनायें दी। प्रो. शूरवीर ने बताया कि बायोटेक्नोलॉजी विभाग विभिन्न क्षेत्रों में शोध कार्य कर रहा है। विभाग में पीएचडी स्कॉलर ही नहीं अपितु एमएससी एवं बीएससी छात्रों को इस तरह के शोध कार्य करने के लिए तैयार किया जा रहा है और विश्वस्तर की कॉन्फ्रेंस में प्रेशित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विश्वस्तर की कॉन्फ्रेंस में छात्रा के द्वारा अवार्ड जीत कर लाना कहीं न कहीं बायोटेक विभाग द्वारा दी जा रही उत्कृष्ट शिक्षा एवं बेहतर शोध कार्य का प्रमाण है।