मथुरा। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक ऑडियो ने मथुरा की राजनीति में फिर हंगामा खड़ा कर दिया है। कांग्रेस पार्टी में हंगामा खड़ा करने वाली इस कथित ऑडियो पार्टी में अनुसूचित जाति विभाग के जिलाध्यक्ष विनोद आर्य और उनके आरोपी गोवर्धन के भूरा प्रधान के बीच फोन पर हुई बातचीत की बताई जा रही है। जिसमें एससीएसटी के केस में राजीनामा के एवज में 60 रुपए की मांग कांग्रेस नेता विनोद आर्य द्वारा की जाने की बात सामने आ रही है। दरअसल दो माह पहले कांगे्रस नेता ने भूरा पहलवान सहित छह लोगों के विरुद्ध एससीएसटी एक्ट में केस दर्ज कराया था।
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक कथित ऑडियो वायरल हो रही है। जिसमें 12.50 मिनट की ऑडियो में कांग्रेस के अनुसूचित विभाग के जिलाध्यक्ष विनोद आर्य और गोवर्धन के रहने वाले भूरा पहलवान के बीच बातचीत हो रही है। ऑडियो में कांग्रेस नेता विनोद आर्य द्वारा गत मई माह में किए गए छह लोगों के विरुद्ध एससीएसटी केस में राजीनामा करने की बात की जा रही है। राजीनामा के एवज में 60 हजार रुपए की डिमांड की जा रही है। जबकि आरोपी 40 हजार रुपए देने को राजी हो रहा है। इस ऑडियो ने जिले की राजनीति में एक बार फिर गर्माहट ला दी है। वहीं आमजन इस तरह के संवाद को लेकर हैरान है।
ज्ञात हो कि गोवर्धन के भूरा पहलवान, विवेक मुखिया, धीरज कौशिक, कन्हैया शर्मा, दिनेश कौशिक, एवं केतन के विरुद्ध पांच मई को एससीएसटी एक्ट सहित कई धाराओं मेें केस दर्ज किया था। आरोप है कि छह नामजदों ने बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर सोशल मीडिया पर आरक्षण, भारतीय संविधान के बारे अमर्यादित टिप्पणी करने और जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए गालीगलोच के साथ पोस्ट की थी। इस मामले में सीओ गोवधर्न द्वारा जांच की जा रही है।
कांग्रेस नेता विनोद आर्य ने कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में बल्देव क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। उन्हें बदनाम करने की साजिश रची गई है। वायरल हो रही ऑडियो उनकी नहीं है। उन्होंने कहा कि गोवर्धन के भूरा पहलवान सहित छह लोगों पर उन्होंने केस किया है। ये लोग राजीनामा का दबाव डाल रहे थे। ये लोग मेरे घर पर भी आए थे। राजीनामा से इनकार कर दिया। जो भी करेगी इस मामले में कोर्ट करेगी। मेरी रिकॉर्डिंग को इन लोगों ने मिस मैच किया है। जल्द ही इस मामले में जिसने भी ऐसा किया है उसके विरुद्ध पुलिस में शिकायत कर कार्रवाई कराएंगे।