विशेषज्ञ शिशु शल्य चिकित्सक श्याम बिहारी शर्मा ने बनाया मलद्वार
मथुरा। चिकित्सा के क्षेत्र में के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के विशेषज्ञ चिकित्सक सिर्फ ब्रज मण्डल ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों के लोगों के लिए भी भगवान साबित हो रहे हैं। हाल ही यहां के विशेषज्ञ शिशु शल्य चिकित्सक श्याम बिहारी शर्मा ने सर्जरी के माध्यम से गांव खोखियावास, तहसील हतीम, जिला पलवल (हरियाणा) के एक छह साल के बच्चे को जन्मजात परेशानी से निजात दिलाई है। ऑपरेशन न केवल सफल रहा बल्कि अब तरुण पूरी तरह से स्वस्थ है और आसानी से मल त्याग रहा है।
गौरतलब है कि गांव खोखियावास, तहसील हतीम, जिला पलवल (हरियाणा) निवासी महेश कुमार के छह वर्षीय पुत्र तरुण के जन्मजात मलद्वार नहीं था। फरीदाबाद के चिकित्सकों ने बच्चे के जन्म के दूसरे ही दिन उसके पेट से मलद्वार तो बना दिया लेकिन यथास्थान मलद्वार बनाने को कोई चिकित्सक तैयार नहीं हुआ क्योंकि उसकी आंत पेशाब की थैली से जुड़ी हुई थी तथा रीढ़ की हड्डी में भी खराबी थी।
महेश कुमार बेटे तरुण की इस परेशानी का स्थायी समाधान चाहते थे लिहाजा वह तरुण को लेकर के.डी. हॉस्पिटल में विशेषज्ञ शिशु शल्य चिकित्सक श्याम बिहारी शर्मा से मिले। डॉ. शर्मा ने तरुण की कुछ जांचें कराईं और सर्जरी करने का निर्णय लिया। महेश कुमार की स्वीकृति के बाद डॉ. श्याम बिहारी शर्मा ने तीन अगस्त को तरुण का ऑपरेशन किया।
शल्यक्रिया में डॉ. शर्मा को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा क्योंकि इसमें कई जन्मजात विकृतियां थीं। कई घण्टे की मशक्कत के बाद डॉ. शर्मा द्वारा बड़ी आंत की ट्यूब बनाकर मलद्वार बनाया गया तथा पेशाब की थैली को भी सही किया गया क्योंकि बड़ी आंत और पेशाब की थैली के बीच भी आपस में रास्ता बना हुआ था। इस ऑपरेशन में डॉ. शर्मा का सहयोग डॉ. विक्रम सिंह यादव, निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. विवेक शर्मा एवं टेक्नीशियन योगेश ने किया। किशोर तरुण अब पूरी तरह से स्वस्थ है।
बच्चे के सफल ऑपरेशन पर आर.के. एज्यूकेशन हब के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल, डीन डॉ. आर.के. अशोका ने विशेषज्ञ शिशु शल्य चिकित्सक श्याम बिहारी शर्मा के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें और उनकी टीम को बधाई दी है।