मथुरा। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने मथुरा और आसपास के क्षेत्रों में संचालिलत मिल्क कलेक्शन सेंटरों पर रात्रि में छापामार कार्यवाही की है। इसके अलावा डेयरी प्लांटों और की चैकिंग के साथ प्रवर्तन की कार्रवाई की गई है। इससे पहले पिछले दिनों बल्देव के जुगसना गांव में पुलिस ने छापामार कार्रवाई कर मिल्क कलेक्शन सेंटर से दस हजार लीटर जहरीला सिथेंटिक दूध पकड़ा था। जिसे बाद में नष्ट कराया गया।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के डी ओ डॉक्टर गौरीशंकर के निर्देशन में मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी एसपी तिवारी एवं वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम बनाकर रात्रि लगभग 9 से 12.00 बजे तक विभिन्न स्थानों पर संचालित डेरी यूनिट तथा पनीर प्लांटों पर चेकिंग एवं प्रवर्तन कार्यवाही की गई।
सबसे पहले राया रोड स्थित टीम द्वारा विपिन पनीर प्लांट का सघन निरीक्षण किया और प्लांट संचालक को हिदायत दी गई कि पनीर प्लांट परिसर में कोई भी अपमिश्रक पदार्थ नहीं मिलना चाहिए। यदि भविष्य में कोई ऐसा पदार्थ पाया जाता है जिससे मिलावट का संदेह होता है तो प्लांट का लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा।
सादाबाद रोड स्थित राया मैं मधु पनीर प्लांट एवं मिल्क कलेक्शन सेंटर का सघनता से निरीक्षण किया गया साथ ही संदेह होने पर दूध एवं घी के नमूने संग्रहित किए गए। सादाबाद रोड पर ही स्थित रवि मिल्क कलेक्शन सेंटर पहुंची, यहां डेरी का सघन निरीक्षण करते हुए फर्म के मालिक को चेतावनी दी गई है कि कोई भी अपमिश्रक पदार्थ डेरीपरिसर में दिखाई नहीं देना चाहिए। इसके साथ ही विभिन्न मिल्क वाहनों से 6 नमूने दूध के सँैंपल लिए गए।
सभी नमूनों को जांच के लिए खाद्य जन विश्लेषक प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। आगामी त्यौहार रक्षाबंधन को लेकर मिलावट की रोकथाम हेतु तथा दुग्ध एवं दुग्ध पदार्थों में आ रही मिलावट की शिकायत की रोकथाम हेतु पूरे जनपद में छापामार कार्यवाही अनवरत रूप से चलती रहेगी।
टीम में एसएस निरंजन, देवराज सिंह, मुकेश कुमार, डॉ शैलेंद्र रावत आदि खाद्य सुरक्षा अधिकारी उपस्थित रहे।