मुरादाबाद। मझोला थाना क्षेत्र के लाइनपार निवासी एक मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पांच साल के बेटे के अपहरण की साजिश रची थी। घटना से पुलिस प्रशासन ने हड़कंप मच गया। तत्कालीन एसएसपी ने विशेष टीम गठित करके 24 घंटे में लड़के को गाजियाबाद के कौसांबी बस अड्डे से बरामद कर लिया था।
सर्विलांस और मोबाइल की बातचीत के आधार पर बच्चे की मां को इस मामले में मुख्य आरोपित बनाया गया था। पुलिस ने तीन लोगों को जेल भेजने की कार्रवाई की थी। जिसमें विवेचना के दौरान कार चालक का नाम हटा दिया गया था। अपहरण के मामले में पकड़े गए प्रेमी की जमानत पहले ही हो गई थी। जबकि मां एक साल से जेल में बंद थी।
अधिवक्ता अभिषेक शर्मा ने बताया कि आरोपित मां को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है। जल्द ही उसकी रिहाई होगी। मझोला थानाक्षेत्र के लाइन पार रामलीला मैदान के पास रहने वाले फाइनेंस कंपनी कर्मचारी गौरव कुमार के पांच साल के बेटे ध्रुव कुमार सात अगस्त 2020 को घर के बाहर से अगवा कर लिया गया था। घटना के अगले दिन बच्चा गाजियाबाद के कौशांबी बस अड्डे से पुलिस ने बरामद किया था। मझोला पुलिस ने इस मामले में ध्रुव की मां शिखा और उसके प्रेमी तेलंगाना निवासी अशफाक व वाहन चालक इमरान को गिरफ्तार कर अपहरण का पर्दाफाश किया था।
पुलिस ने दावा किया था कि आरोपित शिखा ने ही अपने प्रेमी अशफाक के साथ घर बसाने के लिए बेटे ध्रुव का अपहरण किया था। पुलिस अफसरों ने बताया कि प्रेमी अशफाक ने इंटरनेट काल कर बेटे के पिता गौरव से 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। इस मामले में शिखा समेत तीनों आरोपित न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिए गए थे। बाद में प्रेमी और वाहन चालक को कोर्ट से जमानत मिल गई थी। चार्जशीट से पुलिस ने वाहन चालक का नाम हटा दिया था। इस मामले में मुरादाबाद कारागार में आरोपित मां शिखा अभी जेल में बंद थी। हाईकोर्ट के आदेश पर जल्द ही उसकी रिहाई हो जाएगी।