मथुरा। अपने कारनामों से सुर्खियों में रहने वाले नयति सुपर मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पीटल के एक कर्मचारी ने वेतन न मिलने के चलते जहरीली गोली खाकर अपनी जान दे दी है। मृतक के पिता ने थाना हाईवे में अस्पताल प्रबंधन के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई है।
सराय आजमाबाद निवासी सुरेश चंद पुंडीर ने थाना हाईवे में की एफआईआर में बताया कि उसका पुत्र संतोष कुमार 20 हजार रुपए प्रति महीने पर नयति हॉस्पीटल के बिलिंग डिपार्टमेंट में नौकरी करता था। जिसका करीब आठ माह से रुपए 1 लाख 60 हजार वेतन अस्पताल पर बकाया चल रहा था। उसके द्वारा सागर टुटेजा और सुनील जेकब से वेतन की मांग की जाती थी तो वह अस्पताल की मालकिन नीरा राडिया और राकेश चतुर्वेदी के आदेश के बाद देने की बात कह देते थे। 7 अगस्त को संतोष ने जब इन लोगों से वेतन मांगा। लेकिन अस्पताल ने बकाया वेतन नहीं दिया। इससे वह निराश हो गया और आत्मघाती कदम उठाते हुए जहरीली गोली खा ली। गोली खाने के बाद उसने अपने एक परिजन को इस बात की जानकारी दी।
फोन सुनते ही परिजनों के होश उड़ गए और वह उसकी तलाश में निकल गए। काफी तलाशने पर उसका शव शव बाजना अलवर रेलवे लाइन के पास पड़ा मिला। मृतक के पिता ने पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक के पिता ने धारा 306 के अंतर्गत अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी सागर टुटेजा और सुनील जैकब के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है।