अयोध्या। देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रविवार को अयोध्या आ रहे हैं। उनके अयोध्या आगमन को लेकर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। जिन मार्गों से राष्ट्रपति का काफिला गुजरेगा, उन मार्गों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। 3000 से पुलिसकर्मियों को उनकी सुरक्षा में तैनात किया जा रहा है। ड्रोन कैमरे के जरिए पूरे समय पूरे क्षेत्र में नजर रखी जाएगी।
राष्ट्रपति का यह रहेगा कार्यक्रम
राष्ट्रपति रविवार की सुबह 11:30 बजे प्रेसीडेंशियल स्पेशल ट्रेन से अयोध्या पहुंचेंगे। सबसे पहले राम कथा पार्क में रामायण कॉन्क्लेव का उद्घाटन करेंगे। यहां पर वह आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। राम कथा पार्क में ही यात्री निवास पर अयोध्या की प्राचीनता धार्मिकता पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगे और 2:00 से 3:00 तक राष्ट्रपति हनुमानगढ़ी और राम जन्म भूमि दर्शन करेंगे। राम जन्मभूमि परिसर में ही दर्शन के उपरांत वृक्षारोपण करेंगे और निर्माणाधीन मंदिर का जायजा लेंगे।
अयोध्या का रेलवे जंक्शन सजाया गया
राष्ट्रपति के आगमन को लेकर अयोध्या जंक्शन को बेहद खूबसूरती से सजाया गया है। यात्रियों को असुविधा न हो इसके लिए भी रेलवे ने विशेष इंतजाम किए हैं। तैयारियों का जायजा लेने के लिए केंद्रीय रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सुनीत शर्मा शनिवार की दोपहर अयोध्या पहुंचे। जहां उन्होंने अयोध्या जंक्शन रेलवे स्टेशन पर राष्ट्रपति के आगमन की तैयारियों की समीक्षा की।
इस दौरान सुनीत शर्मा ने कहा कि अयोध्या रेलवे स्टेशन के फस्र्ट फेस का काम मार्च 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा। अयोध्या रेलवे स्टेशन के सेकंड फेज के काम के लिए हमें पहले जमीन की आवश्यकता होगी उसका भी हम लोग आकलन कर रहे हैं।
मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सुनीत शर्मा ने शनिवार सबसे पहले अयोध्या पहुंचने के बाद रामलला और हनुमानगढ़ी प्रदर्शन पूजन किया है और रेलवे स्टेशन का निरीक्षण कर रेलवे अधिकारी के साथ बंद कमरे में बैठक की है।
राष्ट्रपति की सुरक्षा में लगेंगे 3000 पुलिसकर्मी
राष्ट्रपति के आगमन के मद्देनजर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए हैं। लगभग 3000 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी राष्ट्रपति के आगमन को लेकर लगाई गई है। राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए फुलप्रूफ प्लान पुलिस के द्वारा तैयार किया गया है। रेलवे स्टेशन से राम कथा पार्क और राम कथा पार्क से राम जन्मभूमि राम जन्मभूमि से फिर वापस रेलवे स्टेशन आने वाले मार्गों पर रिहर्सल किया जा रहा है। बाकायदा फ्लीट का पूर्वाभ्यास कई बार किया गया। इस बात का स्पष्ट किया गया कि राष्ट्रपति के आगमन के दरमियान किन-किन चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और उसे कैसे निपटा जाए इसके लिए पूर्वाभ्यास किया गया है।