नूंह। किसान नेता राकेश टिकैत ने करनाल एसडीएम के कथित विवादित वीडियो सामने आने के बाद उन्हें पहला तालिबानी कमांडर बताया है। हरियाणा के करनाल एसडीएम पर हमला बोलते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने उन्हें खालिस्तानी कहा। उन्होंने कहा, “क्या हम खालिस्तानी हैं? सरकार ने खालिस्तानी कहा। अगर हम खालिस्तानी हैं तो यहां सरकारी तालिबानियों का देश पर कब्जा हो चुका है। उनका पहला कमांडर आईएस के रूप में देश में मिल गया है।
बता दें कि शनिवार को भाजपा की एक बैठक के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए एक राष्ट्रीय राजमार्ग पर करनाल की ओर बढ़ रहे किसानों के एक समूह पर कथित तौर पर पुलिस ने लाठियां बरसायीं जिससे लगभग 10 लोग घायल हो गए। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) नेता राकेश टिकैत ने रविवार को करनाल के एक अस्पताल में जाकर कुछ घायल किसानों से मुलाकात की और पुलिस द्वारा लाठीचार्ज की निंदा की थी।
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टिकैत रविवार को हरियाणा के नूंह में महापंचायत करने पहुंचे थे । टिकैत समेत अन्य किसान नेता पिछले दस महीने से कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। किसान नेताओं की कानूनों को रद्द करने और एमएसपी पर कानून बनाने की मांग है। हालांकि, सरकार कानून में संशोधन की बात कहती आई है, जिसे किसानों ने मानने से इनकार कर दिया है।
हरियाणा के नूंह में किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “वे (सरकार) कहते हैं कानून में काला क्या है ये बताओ। हमने कहा कि कानून में सफेद क्या हो वो बताओ। वे कहते हैं कि इसके अंदर का सब बदल देंगे, बाहर का न बदलवाओ। ये 3 कानून भी बदले जाएंगे. एमएसपी पर गारंटी कार्ड भी चाहिए।”
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उन्होंने कहा, “किसान क्रेडिट कार्ड एक दिन किसान की मौत का कार्ड बनेगा। देश कंपनियों के हाथों में जा चुका है। अदानी ने पूरे हिमाचल के सेब के बागानों पर कब्जा कर लिया है। बड़े-बड़े गोदाम वहां बन चुके हैं. जो रेट 2011 में था आज भी वे उसी रेट पर खरीद कर रहे हैं।”