के.डी. डेंटल कॉलेज में स्टाइल इटालियनो विषय पर हुई कार्यशाला
मथुरा। केडी डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल मथुरा में बुधवार को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का विषय था स्टाइल इटालियनो। कार्यशाला की मुख्य वक्ता डॉ. प्रियंका जैन सिक्का ने कहा कि दांतों के पुनर्वास में कम्पोजिट प्रक्रिया का विशेष महत्व है। कार्यशाला में उन्होंने बॉन्डिंग, लेयरिंग तकनीक और इस्तेमाल किए जाने वाले विभिन्न उपकरणों की अवधारणाओं को भी विस्तार से समझाया। कार्यशाला का शुभारम्भ प्राचार्य डॉ. मनेष लाहौरी ने मां सरस्वती के छायाचित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यशाला की मुख्य वक्ता डॉ. जैन ने कहा कि इंसान की सेहत, स्वाद और सुंदरता, इन तीनों के लिए दांतों का सही-सलामत रहना बेहद जरूरी है। दांतों की बीमारियों के लिए तमाम इलाज मौजूद हैं। वक्त के साथ कई नई तकनीक भी शामिल हो रही हैं, जो दांतों के इलाज को आसान और बेहतर बना रही हैं। डॉ. जैन ने कहा कि मौखिक बीमारियों में मसूढ़े और दांतों की समस्या प्रमुख है।
अतिथि वक्ता डॉ. प्रियंका जैन सिक्का ने स्टाइल इटालियनो विषय पर विस्तार से जानकारी दी तथा उन्होंने स्टाइल इटालियनो कॉन्सेप्ट का उपयोग करके दांत को कृत्रिम रूप से पुनर्स्थापित करने का एक लाइव प्रदर्शन भी दिखाया। कार्यशाला में छात्र-छात्राओं को कम्पोजिट का उपयोग करके दांतों के पुनर्वास की एक नई अवधारणा को भी समझाया गया। उऩ्होंने बताया कि पांच रंगों से ही सभी तरह के दांतों को रिस्टोर्ड किया जाता है।
डॉ. जैन ने बॉन्डिंग, लेयरिंग तकनीक और इसमें इस्तेमाल किए जाने वाले विभिन्न उपकरणों की अवधारणाओं पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने दंत चिकित्सा के क्षेत्र में आने वाली परेशानियों की जानकारी देते हुए उससे बचने के नैदानिक उपाय भी सुझाए। डॉ. जैन ने दंत चिकित्सा के क्षेत्र में बदलती प्रौद्योगिकी और उपयोगिता पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यशाला में छात्र-छात्राओं ने डमी मॉडल पर स्टाइल इटालियनो तकनीक का उपयोग करके दिखाया। इस संरचनात्मक प्रक्रिया में उत्कृष्ट छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया तथा उन्हें प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। इस सीडीई कार्यक्रम में के.डी. डेंटल कॉलेज के सभी विभागाध्यक्ष तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने न केवल सहभागिता की बल्कि सभी ने इसकी सराहना भी की।