मथुरा। महिलाओं और बुजुर्गों की सुरक्षा हेतु जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के बीटेक कम्प्यूटर साइसं एंड इंजीनियरिंग के छात्रों ने वोमेन सेफ्टी विद हेल्थकेयर प्रोजेक्ट पर रिसर्च कर आइडिया तैयार किया है। इस रिसर्च के माध्यम से एक मोबाइल एप्लीकेशन तैयार कर स्मार्ट वॉच तैयार की जायेगी, जो कि महिलाओं के साथ होने वाली किसी भी घटना और हृदयघात रोगियों की सुरक्षा के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगी। छात्रों के इस आइडिया का पेटेंट भी पब्लिश हो चुका है।
‘सिस्टम टू सेंड इमरजेंसी डिस्ट्रेस सिग्नल‘ विषय पर जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के छात्रों ने एक आइडिया तैयार किया है। इस आइडिया के माध्यम से छात्र एक मोबाइल एप्लीकेशन के साथ स्मार्ट वॉच तैयार करेंगे। इसके माध्यम से रास्ते में महिलाओं के साथ होने वाली छेड़खानी और हृदयरोगियों को सफर के दौरान होने वाली परेशानी की समस्या को तत्काल निदान मिलने में सहायता मिलेगी।
छात्र हर्षित दीक्षित और मनीष कुमार ने बताया कि जो मोबाइल एप्लीकेशन तैयार किया जायेगा उसमें सभी डॉक्टर्स और पुलिस अधिकारियों सहित पुलिस स्टेशन के नंबर दर्ज होंगे। इसके अलावा जो स्मार्ट वॉच तैयार की जायेगी उसको भी एप्लीकेशन से जोड़ा जायेगा। इसकी खाशियत यह होगी कि पांच बार लगातार मोबाइल के वॉल्यूम का बटन दबाते ही पास के पुलिस स्टेशन पर वहां की स्थिति की फोटो खींच कर अलर्ट भेज देगा। अगर किसी भी परिस्थति में महिला मोबाइल का प्रयोग नहीं कर पा रही है तो परिस्थति के दौरान महिला का हार्टबीप भी बढे़गा तो महिला के हाथ में बंधी स्मार्ट वॉच तत्काल बगैर फोटो के अलर्ट सन्देश पुलिस स्टेशन पहुंचाने का कार्य करेगी।
छात्रों ने बताया कि ठीक यूंही हृदय रोगियों के लिए भी स्मार्ट वॉच स्वास्थय को लेकर कामयाब होगी। जैसे ही हृदयरोगियों का हार्टबीप 140 से अधिक पहुंचता है तो ऐसे ही इमरजेंसी केस में पास के ही निजी अस्पताल और एंबुलेंस में स्वास्थय संबंधी अलर्ट भेजने का कार्य करेगी। बशर्त यह स्मार्ट वॉच (घड़ी) ऐसे रोगियों को हाथ में पहनना अतिआवश्यक है। छात्रों ने बताया कि यह आइडिया जीएलए के असिस्टेंट प्रोफेसर नितिन कुकरेजा के सहयोग से तैयार हुआ। अब इस आइडिया का पेटेंट पब्लिश हो गया है। जल्द ही मोबाइल एप्लीकेशन और स्मार्ट वॉच तैयार करने के लिए कार्य शुरू होगा। इसके बाद पेटेंट ग्रांट के लिए फाइल की जायेगी। प्रो. नितिन कुकरेजा ने बताया कि छात्रों के द्वारा जो एप्लीकेशन तैयार किया जायेगा उसमें आर्टिफीसियल इंटेलीजेंस, जीपीएस सिस्टम आदि को जोड़ा जायेगा।
डीन रिसर्च प्रो. अनिरूद्ध प्रधान, विभागाध्यक्ष प्रो. आनंद सिंह जलाल, एसोसिएट डीन रिसर्च प्रो. कमल शर्मा ने कहा कि विभाग के छात्रों द्वारा महिलाओं की सुरक्षा और हृदय रोगियों के स्वास्थय को लेकर तैयार आइडिया का पेटेंट पब्लिश होना विश्वविद्यालय के द्वारा छात्रों को रिसर्च के प्रति प्रेरित करने का प्रमाण है। विभाग के ऐसे कई पेटेंट पब्लिश और ग्रांट हो चुके हैं।