वृन्दावन। कुंभ मेला क्षेत्र में सरकार द्वारा मेला के समय खाली कराई गई जमीन पुन: निषाद समाज को आवंटित न करके अन्य लोगों को दिए जाने के विरोध में किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को जिलाधिकारी से मिलने जिला मुख्यालय पहुंचा।
इससे पहले वृन्दावन यमुना किनारे रहकर नाव संचालन एवं खरबूजे तरबूज की खेती कर जीवन यापन करने वाले आर्थिक रूप से कमजोर निषाद समाज के लोग पूर्व विधायक एवं पूर्व सीएलपी लीडर प्रदीप माथुर के पास अपनी समस्या लेकर पहुंचे थे। प्रदीप माथुर ने तत्काल जिलाधिकारी मथुरा नवनीत चहल से फोन कर बात की और पीड़ित परिवारों की व्यथा सुनने एवं उनकी मदद करने का आग्रह किया। वृन्दावन कांग्रेस अध्यक्ष नूतन बिहारी पारीक के साथ निषाद समाज के प्रतिनिधि मंडल की बात जिलाधिकारी ने सुनी और प्रस्तुत ज्ञापन पर आवश्यक जांच कर समुचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
ज्ञातव्य है कि कुंभ मेला क्षेत्र में ग्राम पंचायत वार्षिक रूप से लगान लेकर निषाद समाज के लोगों को खेती क्यारी करने की अनुमति देती रही है और मेले के समय जमीन खाली करा ली जाती है और मेले के बाद पुन: उन्ही किसानों को खेती की अनुमति अब तक दी जाती रही है मगर इस बार किसानों को खेती करने की अनुमति नहीं दी गई है।
वृन्दावन कांग्रेस अध्यक्ष नूतन बिहारी पारीक ने कहा कि निषाद समाज के लगभग 70 परिवार इससे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कुछ परिवारों के सामने रोजी रोटी की समस्या के साथ आवास का भी संकट उत्पन्न हो गया है। प्रशासन को सहानुभूति पूर्वक विचार करना चाहिए ।
प्रतिनिधिमण्डल में देशराज सिंह चौधरी, बलराम शर्मा सचिव, बुद्धि निषाद, कमल सिंह निषाद, ओमप्रकाश, अमर सिंह, उपमा, लाखन सिंह, दानबिहारी, देवीसिंह, राजू, मुकेश, मंगोल, सुल्तान आदि थे।