नई दिल्ली। मोदी सरकार से लड़ने से पहले विपक्षी दलों के बीच आपस में टकराव की स्थिति बनी हुई हैँ कि 2024 का लोकसभा चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ा जाए? कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच इस मुद्दे पर खींचतान के बीच शिवसेना ने राहुल गांधी को ही एकमात्र विकल्प बताया है तो बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की दावेदारी को खारिज किया है और इसे भाजपा को फायदा पहुंचाने वाला बताया। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ ने यहां तक कहा है कि टीएमसी और आम आदमी पार्टी जैसे दल खेल बिगाड़ू हैं और ऐसा करके बीजेपी की मदद करेंगे।
लखीमपुर में हिंसा के मुद्दे पर बेहद आक्रामक रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की एक बार फिर इंदिरा गांधी की तुलना की गई है। सामना में अपने साप्ताहिक कॉलम ‘रोकटोक’ में शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि उन्होंने लखीमपुर हिंसा के मामले को ढंकने के प्रयास को विफल कर दिया और उनके कामकाज में इंदिरा गांधी की छवि दिखती है। राउत ने यह भी कहा कि प्रियंका के भाई और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एकमात्र ऐसे नेता हैं जो नई दिल्ली में मौजूदा सरकार का विकल्प बन सकते हैं।
राउत ने टीएमसी) और ‘आप’ को खेल बिगाड़ू बताते हुए कहा कि ये बीजेपी के मददगार ही साबित हो सकते हैं। शिवसेना नेता का इशारा है कि यदि टीएमसी और आप जैसे दल कांग्रेस गठबंधन का हिस्सा नहीं बने तो मोदी विरोधी वोटों का बंटवारा होगा, जिससे बीजेपी को फायदा मिलेगा। शिवसेना इस समय महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी के साथ महाराष्ट्र में सरकार चला रही है।
कांग्रेस राहुल गांधी के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ने पर अड़ी हुई है तो तृणमूल कांग्रेस ने ममता बनर्जी को मजबूत दावेदार बताते हुए कहा है कि राहुल गांधी असफल रहे हैं। कांग्रेस और टीएमसी के बीच खींचतान के बीच शिवसेना नेता ने राहुल गांधी की जमकर तारीफ की। उन्होंने राहुल गांधी के साथ मंगलवार को हुई मुलाकात का जिक्र करते हुए लिखा, ”राहुल गांधी नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली केंद्र सरकार से लड़ने को प्रतिबद्ध हैं। राहुल गांधी ने चर्चा की शुरुआत यह कहते हुए कि, मोदी सरकार लोकतंत्र को नष्ट करना चाहती है और वह इसके खिलाफ लड़ेंगे।”