अब बिना किसी मदद के चल-फिरने में समर्थ
मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक गुप्ता और डॉ. अमित रे ने तारसी का नगला, गोवर्धन, मथुरा निवासी भगवान दास (57) के बांए घुटने का सफल प्रत्यारोपण कर उसे चल-फिरने में समर्थ कर दिया है। अब भगवान दास बिना किसी मदद के न केवल चल-फिर पा रहा है बल्कि अपने सभी काम भी स्वयं कर रहा है।
ज्ञातव्य है कि तारसी का नगला, गोवर्धन, मथुरा निवासी भगवान दास लगभग तीन साल से बांए घुटने में दर्द के चलते परेशान था। वह दर्द निवारक दवाओं के सहारे अपने कामकाज निपटाता रहा लेकिन विगत दो माह से वह पूरी तरह असहाय हो गया था तथा उसका अधिकांश समय बिस्तर में ही बीतने लगा। कामकाज की कौन कहे वह कुछ कदम चलने-फिरने में भी समर्थ नहीं था। आखिरकार लोगों के बताने के बाद परिजन उसे एक दिन के.डी. हॉस्पिटल लेकर आए तथा हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक गुप्ता से मिले। डॉ. गुप्ता ने भगवान दास के बांए पैर की कुछ जांचें कराईं जिनसे से पता चला कि उसका घुटना पूरी तरह कमजोर हो चुका है, इसी वजह से उसे दर्द होता है और चलने-फिरने में असमर्थ है।
डॉ. गुप्ता ने परिजनों को घुटना प्रत्यारोपण का सुझाव दिया। परिजनों की सहमति के बाद 9 अक्टूबर को डॉ. अभिषेक गुप्ता और डॉ. अमित रे के प्रयासों से भगवान दास के बांए पैर के घुटने को प्रत्यारोपित किया गया। इस सर्जरी में मरीज को एनेस्थीसिया डॉ. नवीन ने दी तथा सहयोग डॉ. प्रियंका व ओटी टेक्नीशियन पवन कुमार ने किया। इस सर्जरी पर डॉ. गुप्ता का कहना है कि भगवान दास का घुटना पूरी तरह से कमजोर हो चुका था, ऐसी स्थिति में नी-रिप्लेसमेंट ही एकमात्र विकल्प था। आपरेशन न केवल सफल रहा बल्कि भगवान दास दूसरे ही दिन से ही बिना किसी मदद के चलने-फिरने लगा।
आर.के. एजूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल, डीन डॉ. रामकुमार अशोका ने भगवान दास के घुटने का सफल प्रत्यारोपण करने वाले चिकित्सकों और उनकी टीम को बधाई दी है। डॉ. अग्रवाल का कहना है कि के.डी. हॉस्पिटल में हर बीमारी के विशेषज्ञ चिकित्सक और आधुनिकतम चिकित्सा सुविधाएं होने के चलते ही यहां जो भी मरीज आ रहा है, वह स्वस्थ होकर घर जा रहा है।