- भारत सरकार के विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने जीएलए को दी बहुआयामी लर्निंग प्रोजेक्ट पर कार्य करनेकी जिम्मेदारी
मथुरा। नवोन्मेश और तकनीकी षिक्षा ही रोजगार के साथ उद्यमिता का मार्ग प्रशस्त करती है। स्कूली छात्रों के लिए इसी मार्ग को आसान बनाने के लिए भारत सरकार के विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा को एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर कार्य करने और उस पर विद्यार्थियों को अमल कराने के लिए जिम्मेदारी सौंपी है।
भारत सरकार के विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा को मिली जिम्मेदारी के तहत इस पर कार्य षुरू हो गया है। पहले चरण में ब्रज के 50 से अधिक कक्षा 9 से 12वीं तक के स्कूलों को चिन्ह्ति किया गया है। चिन्ह्ति स्कूलों में अधिकतर स्कूल ग्रामीण क्षेत्र के हैं। अब इन स्कूली विद्यार्थियों को उनके स्कूली स्तर पर ही तकनीकी शिक्षा तथा उस क्षेत्र के नवाचारों से अवगत कराया जायेगा। देश की इंजीनियरिंग तथा औद्योगिक इकाईयों का भ्रमण कराने के लिए योजना तैयार होगी। जल्द ही योजना बनाकर औद्योगिक इकाईयों की कार्यशैली और स्किल्स की जानकारी विद्यार्थियों को मिलेगी।
इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी देते हुए प्रोजेक्ट प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर एवं जीएलए के डीन रिसोर्स जनरेशन एंड प्लानिंग प्रो. दिवाकर भारद्वाज ने बताया कि जीएलए विश्वविद्यालय को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बतौर नोडल एजेंसी की तरह कार्य करने का जो दायित्व सौंपा है, वह सराहनीय है।
इस दायित्व के अन्तर्गत ब्रज के मथुरा, आगरा, अलीगढ़ सहित हाथरस के स्कूलों को चिन्ह्ति किया गया है। प्रो. भारद्वाज ने बताया कि यह प्रोजेक्ट एक बहुआयामी लर्निंग मॉडल पर आधारित है, जिसके अंतर्गत औद्योगिक भ्रमण कराने के साथ-साथ विश्वविद्यालय इन विद्यार्थियों के लिए क्विज, सेमिनार, वेबिनार तथा प्रोजेक्ट प्रदर्षनी आदि का आयोजन करने के साथ-साथ विश्वविद्यालय के टेक्निकल एक्सपर्ट द्वारा उनको लर्निंग के आधुनिकतम टूल्स से भी अवगत कराया जाएगा। औद्योगिक भ्रमण के लिए प्रथम चरण में फूड प्रोसेसिंग यूनिट, लेदर प्रोसेसिंग यूनिट तथा सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट औद्योगिक यूनिट, इलेक्ट्रॉनिक्स,मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल, केमिकल इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चरण साइंस आदि यूनिट को चिन्ह्ति किया गया है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता ने बताया कि जीएलए विश्वविद्यालय पूर्व से बेहतर नवाचार और तकनीकी शिक्षा से लेकर रोजगार के क्षेत्र में अभूतपूर्व सफलता हासिल करने में अग्रणी रहा है। इसी के तहत ही स्कूली विद्यार्थियों को एकेडमिक बिन्दुओं पर जानकारी दी जायेगी। उन्होंने कहा कि ऐसी शिक्षा शुरूआती दौर से ही विद्यार्थी को मिलने लगे तो आगे आने वाला कठिन दौर भी आसान रास्ते की ओर स्वत: ही मुड जाता है और विद्यार्थी सही मार्ग की ओर चल पड़ता है, जिससे छात्र को मंजिल पाने में आसानी होती है।