Saturday, October 5, 2024
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जी.एल. बजाज ने चलाया गांव शिवाल में प्लास्टिक हटाओ अभियान


संस्थान ने लिए हैं जनपद मथुरा के पांच गांव गोद


मथुरा। जी.एल. बजाज मथुरा संस्थान शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक गतिविधियों से भी सरोकार रखता है। संस्थान का उद्देश्य युवा पीढ़ी का सर्वांगीण विकास करने के साथ ही उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है। जी.एल. बजाज संस्थान द्वारा भारत सरकार के महत्वाकांक्षी उन्नत भारत अभियान को गति देने के वास्ते मथुरा जनपद के पांच गांवों को गोद लिया गया है। इसी कड़ी में संस्थान के प्राध्यापकों और छात्र-छात्राओं द्वारा गांव शिवाल में प्लास्टिक हटाओ अभियान चलाया गया।


मंगलवार को जी.एल. बजाज के प्राध्यापकों और छात्र-छात्राओं द्वारा शिवाल गांव के लोगों को प्लास्टिक के दुष्परिणामों से अवगत कराया गया तथा उन्हें जूट के बैग वितरित किए गए। संस्थान के प्रोफेसर व उन्नत भारत अभियान के कॉर्डिनेटर डॉ. अजय उपाध्याय ने बताया कि संस्थान द्वारा गोद लिए गांवों में समय-समय पर जाकर हम लोग वहां शिक्षा, कृषि, ऊर्जा, वातावरण सुरक्षा पर लोगों को जागरूक करते रहते हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को हमारी टीम ने शिवाल गांव के लोगों को प्लास्टिक से होने वाले नुकसान से अवगत कराया गया।


इस अभियान में डॉ. अजय उपाध्याय के साथ डॉ. प्रवीण अग्रवाल, सोनम सारस्वत के साथ-साथ संस्थान के छात्र-छात्राएं भी शामिल रहे। संस्थान की शुभान्वी बंसल, निधि चौधरी, निष्कर्ष सक्सेना, पार्थ शर्मा आदि छात्र-छात्राओं ने ग्रामीणों को प्लास्टिक के प्रयोग से होने वाले नुकसान की जानकारी दी तथा उनसे आग्रह किया कि प्लास्टिक का प्रयोग करने से बचें, इसके प्रयोग से पशुओं के जीवन को भी खतरा होता है।


छात्र-छात्राओं ने ग्रामीणों को बताया कि जब प्लास्टिक का कचरा लैंडफिलो या पानी के स्रोतों में पहुंच जाता है तब यह एक गंभीर संकट पैदा कर देता है। लकड़ी और कागज की तरह हम इसका दहन करके भी समाप्त नहीं कर सकते क्योंकि प्लास्टिक के दहन से इससे कई सारी हानिकारक गैसें उत्पन्न होती हैं, जोकि पृथ्वी के वातावरण और जनजीवन के लिये काफी हानिकारक हैं। आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि इस तरह के कार्यक्रम छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए अति आवश्यक हैं। संस्थान का उद्देश्य है कि जनजागरूकता के माध्यम से ग्रामीणों को साफ-सफाई तथा रूढ़िवादिता त्यागने को प्रेरित किया जाए।

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