वाद-विवाद प्रतियोगिता में राजीव एकेडमी की छात्राओं को दूसरा स्थान
कड़ी मेहनत को सफलता का मंत्र तो नई शिक्षा नीति को बताया वरदान
मथुरा। बाबू शिवनाथ अग्रवाल महाविद्यालय के शिक्षा संकाय द्वारा आयोजित डॉ. विद्या सिंह स्मृति अन्तर महाविद्यालयी वाद-विवाद प्रतियोगिता में राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के टीचर एजूकेशन संकाय की बीएड की छात्राओं ने पक्ष व विपक्ष में प्रतिभाग करते हुए दूसरा स्थान हासिल किया।
राजीव एकेडमी की छात्रा मुस्कान वर्मा ने नई शिक्षा नीति की सराहना करते हुए इसे शिक्षा जगत के लिए वरदान बताया तो विपक्ष में बोलते हुए यशिका सिंह ने विद्यार्थियों को सावधान करते हुये कहा कि जो लोग बेईमानी या शॉर्टकट से कम्पटीशन निकालते थे, ऐसे लोगों के लिए अब कम्पटीशन पास करना टेढ़ी खीर होगा। उन्होंने युवाओं को शॉर्टकट रास्ता अपनाने की बजाय कड़ी मेहनत करने की सलाह दी। यशिका ने कहा कि समय बदल रहा है अतः यदि शासकीय सेवा में करिअर बनाना है तो हमें मेहनत करनी होगी। अब सरकारी नौकरी का कम्पटीशन सहजता से पास करना आसान नहीं होगा।
पक्ष में बोलते हुए मुस्कान वर्मा ने नई शिक्षा नीति को देश के लिए वरदान बताया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में बच्चों के मन-मस्तिष्क पर दबाव कम होगा। साथ ही वह चाहे बड़ी कक्षा में हों या छोटी में उनका समय बर्बाद नहीं होगा। मुस्कान ने कहा कि नई शिक्षा नीति देश के शिक्षा ढांचे को मजबूती प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में एनसीसी को प्रोत्साहन देने का प्रावधान है। यूजीसी एवं एनआईसीटी द्वारा एनसीसी को विश्वविद्यालयों में एक वैकल्पिक विषय के रूप में चुनाव किए जाने का निर्णय लिया गया है। एनसीसी के माध्यम से अब देश के विद्यार्थी अनुशासित एवं देशभक्त बन सकेंगे।
आर.के. एजूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने प्रतियोगिता में दूसरा स्थान प्राप्त करने वाली दोनों छात्राओं के विषय चयन की प्रशंसा करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति समय की मांग है। हमें विश्व गुरु की अपनी उपाधि को यदि कायम रखना है तो बदलती शैक्षिक प्रणाली को आत्मसात करना जरूरी है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि शिक्षा हो या कोई भी क्षेत्र कड़ी मेहनत और लगन से ही सफलता हासिल की जा सकती है। मेहनत से हासिल सफलता टिकाऊ होती है।
संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने कहा कि राजीव एकेडमी का उद्देश्य प्रत्येक विद्यार्थी का सर्वांगीण व्यक्तित्व विकास करना है। डॉ. सक्सेना ने दोनों छात्राओं को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की तथा लगन और परिश्रम से आगे बढ़ने की नसीहत दी।
चित्र कैप्शन। राजीव एकेडमी की छात्रा यशिका सिंह को पुरस्कृत करते डॉ. डी.बी. समाधिया।
वाद-विवाद प्रतियोगिता में राजीव एकेडमी की छात्राओं को दूसरा स्थान
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