मथुरा। जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा और वीएटीएस हेल्थ केयर प्रोडक्ट्स के मध्य एमओयू साइन हुआ है। इस समझौते के बाद विद्यार्थियों को आयुर्वेद के क्षेत्र में बेहतर ज्ञान प्राप्त होगा और उनके प्रयोगों के बारे में भी जानकारी मिल सकेगी।
वीएटीएस आयुर्वेद चिकित्सा के क्षेत्र में बेहतर प्रोडक्ट्स तैयार करने में अपनी विशिष्ट पहचान बनाये हुए है। ऐसे ही प्रोडक्ट्स के बारे में और आयुर्वेद के क्षेत्र में फार्मेसी के विद्यार्थियों को बेहतर ज्ञान देने के लिए जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा की ओर से कुलसचिव अशोक कुमार सिंह और वीएटीएस की मैनेजिंग डायरेक्टर संगीता शर्मा के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। हस्ताक्षर के बाद से ही एमओयू प्रभावी हो गया।
जीएलए फार्मेसी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. मीनाक्षी वाजपेयी ने बताया कि विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में राष्ट्रींय एवं अन्तर्राष्ट्रींय स्तर पर सेमिनार एवं विषय विशेषज्ञों के माध्यम से अतिथि व्याख्यान आयोजित करता रहता है। एनआइआरएफ द्वारा जारी रैंकिंग में जीएलए फार्मेसी ने अपनी विशिष्ट पहचान कायम की है। इसी के साथ ही विद्यार्थियों को आयुर्वेद के क्षेत्र में और उनके प्रोडक्ट्स के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए यह एमओयू साइन हुआ है। इससे पहले भी कई हेल्थ संस्थानों से एमओयू साइन हो चुके हैं। अन्य संस्थानों से हुए समझौते से विद्यार्थियों को वहां पहुंचकर संस्थानों के वैज्ञानिकों द्वारा पाठ्यक्रम से अलग हटकर ज्ञान मिलता है। वीएटीएस की मैनेजिंग डायरेक्टर संगीता शर्मा ने जीएलए विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों को प्रदान की जा रही उत्कृष्ट शिक्षा की सराहना की।
उन्होंने कहा कि वीएटीएस हेल्थ केयर विद्यार्थियों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रयोग की जा रही आयुर्वेद दवाओं के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करेगा। एसोसिएट डीन एकेडमिक कोलॉबोरेशन प्रो. दिलीप कुमार शर्मा ने कहा कि जीएलए अपने विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय शिक्षा दिलाने के लिए विभिन्न संस्थानों से करार करने की ओर अग्रसर है। अब तक 100 से अधिक संस्थानों के साथ करार हो चुका है। इसमें देश सहित विदेशों के भी बेहतर संस्थान शामिल हैं।