बबले भारद्वाज
आगरा। रुनकता में तीन घरों में तोड़फोड़ और आगजनी के मामले में पुलिस ने ग्राम प्रधान और जिला पंचायत सहित नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया। उन्हें कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है। वहीं अज्ञात आरोपियों की पहचान के लिए मोबाइल से बने वीडियो और क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चेक किए जा रहे हैं।
एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि मुकदमा थाना सिकंदरा के प्रभारी निरीक्षक बलवान सिंह ने लिखाया है। इसमें लिखा गया कि आरोपियों की इस आपराधिक घटना से कस्बा का सांप्रदायिक माहौल खराब हो गया। इस कारण लोग घरों में कैद हो गए। मार्केट में बाजार बंद हो गया। लोगों के भागते समय जूते और चप्पल भी छूट गए। पुलिस फोर्स के पहुंचने पर शांति व्यवस्था कायम की जा सकी। क्षेत्र में पुलिस के साथ पीएसी को लगाया गया है। मुकदमा बलवा, जानलेवा हमला, आगजनी और आपराधिक कानून (संशोधन) अधिनियम की धारा सात में लिखा गया है।
यह हुए गिरफ्तार
एसपी सिटी ने बताया कि साक्ष्यों के आधार पर मौके से ग्राम प्रधान अनुज कुमार, जिला पंचायत सदस्य शिवपाल सिंह सिकरवार उर्फ बंटी सिकरवार, रवि सिंह वर्मा, अवधेश पंडित, टीटू जैन, हृदेश वर्मा, मनोज, अवतार सिंह गिल और संजय चौबे को गिरफ्तार किया गया। उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिए गए।
यह हुए नामजद
मामले में रवि सिंह, अवधेश दीक्षित, टीटू जैन, हृदेश वर्मा, मनोज, अवतार सिंह गिल विभागध्यक्ष अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद, अनुज, संजय चौबे, शिवपाल सिंह सिकरवार, नवीन सिकरवार, शैलेंद्र प्रधान, विनीत शर्मा, धीरज ठाकुर, भोज कुमार फौजी अध्यक्ष जनसंख्या समन्वय फाउंडेशन, रवि चौधरी, हरी ठाकुर, रौनक ठाकुर, राकेश जादौन, हर्ष शर्मा जिला संयोजक धर्म जागरण समन्वय, अमित कुलश्रेष्ठ जिला अध्यक्ष अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद और 150-200 अज्ञात आरोपी हैं।
अवतार गिल को पूर्व में भी किया था गिरफ्तार
अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद के विभागध्यक्ष अवतार सिंह गिल को वेलेंटाइन डे पर भी गिरफ्तार किया गया था। उन पर पालीवाल पार्क में युवक से मारपीट का आरोप लगा था। उनके साथ गईं महिलाओं ने युवती से अभद्रता की थी। मामले में थाना हरीपर्वत में मुकदमा दर्ज हुआ था। बाद में पुलिस ने उसे जेल भेजा था। अब फिर से गिरफ्तारी हुई है।छात्रा के पिता ने कहा कि वह परेशान हैं। बेटी के जाने से दिन का चैन और रात की नींद चली गई है। वो तो चाहते है कि बेटी जल्द वापस आ जाए। मगर, बेटी को पुलिस ने आश्रय गृह भेज भेज दिया। शुक्रवार को समाज के लोग जुटे थे। उन्हें बुलाया गया था। इसलिए गए थे। उनका आगजनी और तोड़फोड़ करने वालों से कोई लेना-देना नहीं है। यह सब करने वाले कौन थे, नहीं जानते हैं।
ग्राम प्रधान, जिला पंचायत सदस्य सहित नौ को जेल, 20 लोग नामजद, 200 अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज
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