परिजनों ने डॉ. के.पी. दत्ता और डॉ. नरेश कुमार का माना आभार
मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. के.पी. दत्ता, डॉ. नरेश कुमार और अन्य तकनीकी सहयोगियों के प्रयासों से गोविन्द घेरा, वृंदावन, मथुरा निवासी कैलाश शर्मा की हीमोलिटिक यूरिमिक सिंड्रोम पीड़ित चार माह की बच्ची नमृता को नई जिन्दगी मिली है। चिकित्सकों के गहन उपचार के बाद अब बेबी पूरी तरह से स्वस्थ है। उसके खूनी दस्त बंद हो गए हैं तथा पेशाब न होने की समस्या का भी निदान हो गया है। बेबी नमृता जब के.डी. हॉस्पिटल लाई गई थी तब उसकी स्थिति काफी चिन्ताजनक थी।
गौरतलब है कि गोविन्द घेरा, वृंदावन, मथुरा निवासी कैलाश शर्मा की चार माह की पुत्री नमृता लगातार होते खूनी दस्त तथा पेशाब न होने के चलते काफी कमजोर और सुस्त हो गई थी। बेबी की चिन्ताजनक स्थिति को देखते हुए 21 अप्रैल को कैलाश शर्मा और उनकी पत्नी काजल उसे लेकर के.डी. हॉस्पिटल आए और शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. के.पी. दत्ता व असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. नरेश कुमार से मिले। चिकित्सकों को बताया गया कि बच्ची कई दिनों से खूनी दस्त कर रही है तथा पेशाब भी नहीं कर रही है। प्रथम दृष्टया चिकित्सकों को लगा कि बेबी हीमोलिटिक यूरिमिक सिंड्रोम के साथ ही एक्यूट रीनल फेलियर यानी अल्पकालीन किडनी की विफलता से पीड़ित है। बच्ची की गम्भीर स्थिति को देखते हुए तत्काल उसकी कुछ जांचें कराने के साथ ही उपचार शुरू कर दिया गया।
जांचें देखने के बाद बीमारी की पुष्टि हो गई यानी बच्ची हीमोलिटिक यूरिमिक सिंड्रोम (एचयूएस) नामक बीमारी से पीड़ित थी। आखिरकार डॉ. के.पी. दत्ता और डॉ. नरेश कुमार ने मॉडर्न थैरेपी के अनुरूप उपचार शुरू कर दिया। अब बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है। बेबी नमृता को स्वस्थ देख मां कोमल शर्मा खुश हैं। उन्होंने इसके लिए चिकित्सकों का आभार मानते हुए कहा कि वह बहुत निराश थीं कि बच्ची बचेगी भी या नहीं।
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. के.पी. दत्ता का कहना है कि हीमोलिटिक यूरिमिक सिंड्रोम (एचयूएस) किडनी से सम्बन्धित बीमारी है। ऐसी परेशानी तब होती है जब रेड ब्लड सेल खत्म हो जाता है तथा किडनी की फिल्टर प्रणाली ब्लॉक हो जाती है। जब किडनी काम करना बंद कर देती है तब शिशु किडनी की गंभीर चोट से ग्रसित हो जाता है।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, मैनेजिंग डायरेक्टर मनोज अग्रवाल व डीन डॉ. रामकुमार अशोका ने बेबी नमृता का सही समय पर उचित उपचार कर नई जिन्दगी प्रदान करने वाले चिकित्सकों की टीम को बधाई दी।