होशियार सिंह
बाजना। क्षेत्र में अवैध पेड़ों के कटान का सिलसिला अब थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार शिकायतों के बावजूद वन विभाग और पुलिसकर्मी न जाने किस दबाव के कारण वन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में क्षेत्र में हर दिन सैकड़ो पेड़ों पर कुल्हाड़ी व आरी चला माफिया शासन के पर्यावरण बचाओ अभियान को पलीता लगा रहे है।
प्रायः हर रोज कस्बे में हरी लकड़ियों की जमकर नीलामी होती है। उसके बाद उसे आरा मशीनों पर भेज दिया जाता है। क्षेत्र को वन माफिया वनों को वीरान करने पर लगे हुए हैं। बताया जाता है। कि दस वर्ष पूर्व यह क्षेत्र काफी पेड़ों से हराभरा था। लेकिन आज माफियाओं की ऐसी नजर पड़ी कि यह वन क्षेत्र अब वीरान नजर आने लगा है। लेकिन आज इस वन क्षेत्र का अस्तित्व ही समाप्त होने को है।
एक तरफ सरकार जहां बढ़ते पर्यावरण असंतुलन को रोकने के लिए पौधरोपण में पेड़ करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। वहीं वन माफिया, वन विभाग की मिलीभगत से बेखौफ हरे भरे पेड़ों का कटान जारी है। शिकायत कर्ता श्याम ने बताया कि रोज ट्रैक्टर ट्रॉली और भैंसा बगिया में भरकर लकड़ियों को लाया जाता है और उन्हें जमकर नीलाम किया जाता है इसमें हर तरह के पेड़ जो प्रतिबंध है वह भी काटे जाते है। इस संबंध मैं वन रेंजर एमबी सिंह ने बताया कि अवैध कटान पर अंकुश लगाने के लिए विभाग गंभीर है। छापेमारी अभियान जारी है, इसके तहत कार्रवाई भी जा रही है। इसमें जो भी संलिप्त पाया जाएगा, उसके विरुद्ध भी कार्रवाई होगी।