Sunday, March 16, 2025
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GLA द्वारा गोद लिए रसखान समाधि स्थल का मुख्यमंत्री योगी ने किया अवलोकन

  • अब आकर्षण का केन्द्र है रसखान समाधि स्थलः नारायण दास

मथुरा। भगवान श्रीकृष्ण की नगरी से 16 किमी0 दूर कृष्ण भक्त रसखान समाधि का जिम्मा बीते दिनों राज्य सरकार की योजना स्मारक मित्र के तहत जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा ने लिया था। तभी से समाधि को पर्यटन की दृष्टि से देखते हुए जीएलए और ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने काफी विकसित किया है। आज यह समाधि स्थल कृष्ण भक्ति का बेजोड़ उदाहरण बनकर पर्यटन का केन्द्र बन गया है। इसी का अवलोकन करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां पहुंचे।


मंगलवार को सुबह कृष्ण जन्मभूमि से दर्शन करने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सीधे महावन स्थित कवि रसखान एवं कृष्ण भक्त ताज बीवी समाधि पहुंचे। यहां उन्होंने ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा विकसित की गयी समाधि स्थित रसखान, ताज बीवी फोटो गैलरी, चलचित्र भवन और वहां आसपास हरित वातावरण का अवलोकन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने समाधि स्थल पर मॉलश्री का पौधा लगाकर पर्यावरण का संदेश दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री को चलचित्र भवन में कवि रसखान पर बनी एक 18 मिनट की डॉक्यूमेंट्री देखी। तत्पष्चात् उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की, जिसमें ब्रज के विकास पर चर्चा हुई। इससे पूर्व जीएलए के कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल, चीफ फाइनेंस ऑफीसर विवेक अग्रवाल, प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता, कुलसचिव अशोक कुमार सिंह ने रसखान समाधि स्थल पर मुख्यमंत्री को बुके भेंटकर उनका स्वागत किया।

इस दौरान मुख्यमंत्री को ब्रज तीर्थ विकास परिषद के अधिकारियों ने बताया कि सरकार की योजना स्मारक मित्र के तहत जीएलए विश्वविद्यालय ने रसखान समाधि के पूर्ण रखरखाव का जिम्मा लिया है। यह जानकर मुख्यमंत्री प्रसन्न हुए एवं विश्वविद्यालय द्वारा उठाये गए इस कदम की सराहना की और समाधि स्थल के विस्तार एवं वहां व्याप्त शांति से काफी प्रभावित नजर आये। उन्होंने कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल से समाधि पर प्रति सप्ताह एक सांस्कृतिक कार्यक्रम कराये जाने को कहा, जिससे रसखान की बेजोड़ भक्ति आमजन तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि यहां जीर्णाेद्वार के बाद निष्चय ही यह स्थल अब रमणीय होकर पर्यटन का मुख्य आकर्शण केन्द्र बन गया है।

कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल ने बताया कि जीएलए ने ब्रज तीर्थ विकास परिशद और पुरातत्व विभाग से समझौता कर रसखान समाधि, ताज बीबी और कुसुम सरोवर की देखरेख का उत्तरदायित्व लिया है। इस समझौते के तहत तीनों जगह भक्ति एवं पर्यटन की नजर से बहुत महत्वपूर्ण हैं। आगामी समय में इन तीर्थ स्थलों की ओर भक्त एवं पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा। जिससे कि यहां देष एवं विदेशों से आने वाले श्रद्धालु कृष्ण भक्ति और रसखान के जीवन से कृतार्थ हांे।

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