फतेहपुर। यूपी के फतेहपुर जिले में डीएम आवास में कथित तौर पर पाली गई गाय की तबियत खराब होने के बाद मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने डॉक्टरों की टीम गाय के इलाज के लिए लगा दी। इस आदेश से जुड़ा एक सरकारी पत्र वायरल हो जाने के चलते सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया. वहीं, इस मामले में डीएम अपूर्वा दुबे ने बयान जारी कर सफाई दी है। डीएम के अनुसार, बिना उनका संज्ञान लिए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने मनमाने तरीके से यह आदेश पारित किया है।
क्या है मामला?
फतेहपुर जिले की डीएम अपूर्वा दुबे के आवास में कथित रूप से पाली गई गाय की तबियत खराब होने के बाद मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के आदेश पर डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई थी, जिसका सरकारी आदेश सार्वजनिक हो गया है. यह पत्र 9 जून को जारी हुआ था।
आपको बता दें की मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एसके तिवारी का जो सरकारी आदेश वायरल हुआ है, उसमें लिखा हुआ है कि डीएम महोदया की गाय की चिकित्सा करने हेतु पशु चिकित्साधिकारी की प्रतिदिन सुबह शाम की ड्यूटी लगाई जाती है और साथ ही डॉ. दिनेश कुमार (अति. पशु चिकित्साधिकारी, सनगांव) संबंधित पशु चिकित्साधिकारी से समन्वय स्थापित कर प्रतिदिन सुबह-शाम देखने की सुचना फोन के माध्यम से अवगत कराएंगे। इस मामले में शिथिलता अक्षम्य है।