-मंदिर प्रबंधन ने बना रखी है चहेतों के फायदे के लिए पार्किंग
-वसूली को लेकर अवैध पार्किंग से मारपीट का पुराना है नाता
-एसडीएम बोले प्रषासन की तरफ से बलदेव में कोई पार्किंग रजिस्टर्ड नहीं
बलदेव/मथुरा। कस्बा में दाऊजी गौषाला की जमीन पर रविवार को वसूली को लेकर हुई मारपीट का मामला वरिश्ठ लोगों और पुलिस के साथ हुई बातचीत से रफा दफा तो हो गया, लेकिन वसूली को लेकर मारपीट का नाता बहुत पुराना है। बीते वर्श भी मंदिर प्रबंधन ने अवैध तरीके से इस जमीन को पार्किंग का नाम देकर वसूली करायी और आये दिन मारपीट के मामले देखे गए। यही हालात अब देखने को मिल रहे हैं।
विदित रहे कि रविवार को नगला लोका निवासी एक व्यक्ति ने मंदिर गौषाला की जमीन पर किनारे से अपनी गाडी को पार्क कर दिया। इस दौरान वहां उपस्थित सोनू ने 20 रूपये पार्किंग रसीद उसके हाथ में थमा दी। इस वसूली को लेकर विवाद बढ़ गया। विवाद इतना हो गया कि मारपीट की नौबत आ गयी। आसपास के लोगों ने आकर बीच बचाव कराने की कोषिष की। लोका निवासी व्यक्ति ने फोन पर भाकियु के कार्यकर्ताओं को बुला लिया और उन्होंने अवैध पार्किंग वसूली को लेकर धरना प्रदर्षन करना षुरू कर दिया। मामला थाने तक पहुंच गया। थानाध्यक्ष नरेन्द्र यादव ने काफी समझाया। मौके पर एसडीएम निकेत वर्मा और सीओ रविकांत पाराषर ने मामला षांत कराकर दोनों पक्षों के बीच राजीनामा कराया।
अब बात यह आती है कि यह पार्किंग न तो प्रषासन की तरफ से है और न ही नगर पंचायत बलदेव की तरफ से। बावजूद मंदिर प्रषासन ने इसकी खुद अनुमति कैसे दी। षायद ऐसा लगता है कि रिसीवर ने अपने रसूख के चलते मनमाने तरीके से पिछले वर्शों इसे अवैध वसूली का अड्डा बना दिया। इस पार्किंग में अवैध वसूली होने के चलते पिछले वर्शों से ही आये दिन मारपीट के मामले देखे जा सकते हैं। मुड़िया पूर्णिमा से पहले और उस दिन भी लाखों की वसूली वाहन स्वामियों से हुई है। बावजदू इसके न तो तहसील प्रषासन ने इस ओर ध्यान देने की जुगत की है और न ही नगर पंचायत प्रषासन ने अपने क्षेत्र में पार्किंग को लेकर हो रही वसूली को रोकने का प्रयास किया है।
नगरपंचायत बलदेव की तरफ से कस्बा में कोई पार्किंग रजिस्टर्ड नहीं है। पिछले वर्शों भी कोई पार्किंग रजिस्टर्ड नहीं थी।
अखिलेष दीक्षित, अधिषासी अधिकारी, नगर पंचायत बलदेव
तहसील प्रषासन की तरफ से बलदेव में कोई पार्किंग रजिस्टर्ड नहीं है और न ही कोई पार्किंग का ठेका है। मारपीट हुई थी मामला सुलझा दिया गया था।
निकेत वर्मा, एसडीएम, महावन