- संस्कृति विवि ने वृंदावन में निकाली ‘तिरंगा यात्रा’
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव अभियान के तहत छटीकरा से स्कान मंदिर वृंदावन तक ‘तिरंगा यात्रा’ निकालकर घर-घर तिरंगा फहराने का आह्वान किया गया। इस अनूठी और देशभक्ति से ओतप्रोत रैली में शामिल संस्कृति विवि के शिक्षकों और विद्यार्थियों, कर्मचारियों के गगनभेदी नारों से वृंदावन की पावन नगरी गूंज उठी।
‘तिरंगा यात्रा’ को संस्कृति विश्वविद्यालय के परिसर में संस्कृति स्कूल आफ एग्रीकल्चर के डीन डा.रजनीश त्यागी ने हरी झंडी देकर रवाना किया।
इस मौके पर उनके साथ मौजूद संस्कृति आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के प्राचार्य डा. सुजित के. दलाई, विवि के रजिस्ट्रार पूरन सिंह, सब रजिस्ट्रार रविन्द्र नाथ त्रिवेदी, नर्सिंग कालेज प्राचार्य कमलकांत पाराशर, डा. विशाल, प्रशासनिक अधिकारी विवेक श्रीवास्तव आदि ने ‘तिरंगा यात्रा’ को जोरदार नारे लगाकर रवाना किया। विश्वविद्यालय परिसर से तिरंगा यात्रा में शामिल सभी बसों द्वारा छटीकरा तिराहे पहुंचे और यहां से ‘तिरंगा यात्रा’ पैदल स्कान मंदिर तक पहुंची।
सैंकड़ों विद्यार्थी हाथ में तिरंगा लेकर ‘वंदेमातरम’, ‘घर-घर तिरंगा फहराना है’, का आह्वान करते हुए आगे बढ़ रहे थे। यात्रा में सबसे आगे संस्कृति विवि के एनसीसी के कैडेट हाथ में तिरंगा लेकर चल रहे थे। विद्यार्थियों और शिक्षकों ने भी अपने हाथों में तिरंगा ले रखा था। वृंदावन के लोग और रास्ते में कारों से गुजर रहे श्रद्धालु इस यात्रा को देख साथ में देशभक्ति के नारे लगाने से अपने को रोक नहीं पाए। मल्टी लेवल पार्किंग के पास ‘तिरंगा यात्रा’ में पुलिस प्रशासन के लोग भी जो तिरंगा यात्रा की सुरक्षा में चल रहे थे, वे भी देशभक्ति से ओतप्रोत होकर यात्रा में सहभागी बन गए। संस्कृति स्कूल के प्रशासनिक विभाग के सदस्य प्रद्युम्न शर्मा द्वारा गाए जा रहे देशभक्ति के गीतों ने सबको भावुक कर दिया। ‘जन-जन को बताना है हर घर तिरंगा लहराना है’, ‘अपना कर्त्तव्य निभाएंगे भारत को विश्वगुरु बनाएंगे’ के नारों ने स्कान मंदिर के आसपास ऐसी अलख जगाई कि आसपास के दुकानदार भी अपनी दुकानें के बाहर आकर इस नजारे को देख प्रफुल्लित हो उठे।