- 25 एवं 26 अगस्त को टीएफसी में आम लोगों से लेगी सुझाव
- समिति के समक्ष प्रस्तुत होकर प्रातः10 से शाम 4 बजे तक लिए जांएगे सुझाव
मथुरा। सुप्रसिद्ध बांकेबिहारी मंदिर में पिछले दिनों हुई भगदड़ की घटना को लेकर दो सदस्यीय उच्च स्तरीय जांच समिति 25 एवं 26 अगस्त को जांच करेगी साथ ही इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए वह लोगों से सुझाव भी लेगी। लेागों से सुझाव के लिए समिति ने शामिल उच्चाधिकारियों ने दिन और समय भी निर्धारित किया है।
जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार शासन द्वारा गठित जांच समिति में अलीगढ़ के मंडलायुक्त गौरव दयाल एवं यूपी के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह श्री बांकेबिहारी मंदिर में भगदड़ मामले की जांच पड़ताल करेंगे। इसके साथ ही दोनों उच्चाधिकारी पर्यटन सुविधा केन्द्र (टीएफसी) में प्रातः दस बजे से शाम चार बजे तक लोगों से सुझाव मांगे हैं। अधिकारियों द्वारा जानी सूचना के अनुसार जो भी व्यक्ति बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन व्यवस्था में सुधार संबंधी और इस तरह की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए निर्धारित समय में टीएफसी में प्रस्तुत कर सुझाव दे सकता है।
ज्ञात हो कि वंृंदावन के सुप्रसिद्ध बांकेबिहारी मंदिर में गत 20 अगस्त श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व की रात करीब दो बजे मंगला आरती के दौरान भगदड हो गई थी। जिससे दो महिला श्रद्धालु की मौत हो गई और सात से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए थे। इस घटना से वृंदावन की कुंजगलियों से लेकर लखनऊ तक हलचल मच गई। घटना को यूपी की येागी सरकार ने गंभीरता से मिला और दो सदस्यीय जांच समिति का गठन किया। इस जांच समिति में अध्यक्ष यूपी के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह एवं सदस्य अलीगढ के मंडलायुक्त गौरव दयाल को बनाया गया है। जिन्हें 15 दिन में बांकेबिहारी मंदिर घटना की जांच रिपोर्ट और लोगों के सुझाव शासन को सौंपने हैं।