मथुरा। आज के समय में प्रबंधन के क्षेत्र में बीबीए कोर्स युवाओं के सपने साकार करने में काफी अहम है। राजीव एकेडमी से बीबीए डिग्री हासिल करने वाले छात्र-छात्राएं आईटी, स्टार्टअप्स और ई-कॉमर्स पोर्टल्स जैसे नए विकल्पों पर भी अपना करियर संवार रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में यहां के बीबीए डिग्रीधारी युवा सरकारी कार्यालयों के साथ ही जानी-मानी कम्पनियों में उच्च पैकेज पर जॉब हासिल करने में सफल हुए हैं।
अगर ग्रेजुएट एडमीशन काउंसलिंग के एक सर्वे की रिपोर्ट को मानें तो बीबीए प्रोफेशनल्स के लिए ग्लोबल बाजार बेहद मजबूत है। सर्वे में पाया गया कि 50 प्रतिशत विद्यार्थियों को तो बीबीए कोर्स पूरा करने से पहले ही जॉब आफर मिले हैं। जॉब व पैकेज के मद्देनजर पिछले कुछ वर्षों में बीबीए डिग्री हासिल करने वाले युवाओं को आसानी से करिअर संवारने में सफलता मिली है।
संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना का कहना है कि राजीव एकेडमी से तीन वर्षीय बीबीए कोर्स करने के बाद न सिर्फ एमबीए बल्कि एमएस आफिस और एमआईएस का क्विक सर्टिफिकेशन कोर्स करने वाले छात्र-छात्राओं को आईटी और सीएस में हाथों हाथ अच्छे और उच्च पैकेज पर जॉब मिले हैं। डॉ. सक्सेना का कहना है कि बीबीए के बाद सभी सरकारी विभागों में नौकरी के विकल्प खुल जाते हैं तो कारपोरेट जगत में भी काफी मांग रहती है।
डॉ. सक्सेना का कहना है कि राजीव एकेडमी से बीबीए करने वाले छात्र-छात्राओं को इस कोर्स की बारीकियों से रूबरू कराने के साथ ही उन्हें कारपोरेट जगत की जरूरतों से भी अवगत कराया जाता है। बीबीए एक ऐसा कोर्स है जो बीकॉम और बीएसी कोर्स की तुलना में जल्दी जॉब दिलाता है। आज के समय में अधिकांश कारपोरेट कम्पनियां बीबीए प्रोफेशनल्स को इसलिए प्रमुखता से नियुक्त करती हैं ताकि उनको अपनी-अपनी कम्पनियों के स्ट्रक्चर और कार्यपद्धति के अनुसार ट्रेण्ड कर उन्हें उपयोगी प्रबंधक बनाया जा सके।
डॉ. सक्सेना का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों में राजीव एकेडमी से बीबीए करने वाले फ्रेश ग्रेजुएट को कम्पनियों ने 25 से 30 हजार रुपये प्रतिमाह में जॉब के अवसर प्रदान किए और तीन-चार साल के अनुभव के बाद इन युवाओं की सैलरी प्रतिमाह रुपये 50 से 60 हजार हो गई।