- उद्यमिता और आत्मनिर्भरता की भावना पैदा करने के उद्देष्य से भारत पिचथाॅन का हुआ आयोजन
मथुरा। टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर (टीबीआई) जीएलए विश्वविद्यालय एवं हेडस्टार्ट के तत्वाधान में भारत पिचथॉन” के मथुरा संस्करण का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देष्य विद्यार्थियों में उद्यमिता, आत्मनिर्भरता और स्वावलम्बी की ओर अग्रसर होने की भावना पैदा करना है।
कार्यक्रम का शुभारंभ इन्वेस्टर जूरी फ्लूइड वेंचर के फाउंडर अमित सिंघल, लीडएंगेल्स के फाउंडर आदित्य चैधरी, एंजेल इन्वेस्टर सौरभ त्रिवेदी एवं गोपाल बिंदल, वी कैट्स के फाउंडर कुमार सौरभ, फाॅड नेटवर्क शुभम नंदवानी एवं टीबीआई के एसोसिएट डायरेक्टर डाॅ. मनोज कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया। डाॅ. मनोज कुमार ने सभी अतिथिगणों का स्वागत करते हुए कहा कि ऐसे और आयोजनों की जरूरत है, जहां निवेशक- हेडस्टार्ट टीबीआई जीएलएयू जैसे अकादमिक इन्क्यूबेटरों के साथ मिलकर भारत के छोटे शहरों से आने वाले स्टार्टअप के लिए अधिक अवसर पैदा कर सकें।
टेक्नोलॉजी बिजनेस इंक्यूबेटर के वरिष्ठ प्रबंधक रवि तिवारी ने भारत पिचथॉन” के बारे विस्तार से बताते हुए सभी स्टार्टअप का परिचय कराया। जिनमें मुख्य रूप से इजीस्कूलिंग, सैनबेला, फ्रेटबॉक्स, इविगवे टेक्नोलॉजीज, वीरा एजुकेशन, रोडपायलट, मिब्लिस, अंतार (भारत का पहला हेम्प इनरवियर ब्रांड), ईजी डोर और माईगैरेज जैसे कुल 10 स्टार्टअप शामिल थे। ये सभी स्टार्टअप नोएडा, आगरा, फरीदाबाद, लखनऊ आदि शहरों से आये थे। सभी जूरी ने पिचिंग के दौरान स्टार्ट-अप्स की उत्साह वर्धक प्रस्तुति की सराहना की। जूरी ने पिचिंग के उपरान्त सकारात्मक प्रतिक्रिया भी प्रदान की। भारत पिचथाॅन स्टार्टअप पिचों, साउंड इकोसिस्टम नेटवर्किंग और स्टार्टअप एक्सेलेरेशन सभी का एक समागम है।
जानकारी देते हुए प्रतिकुलपति प्रो. अनूप गुप्ता ने बताया गया कि हेडस्टार्ट का उद्देश्य भारत में छिपे हुए बेहतरीन स्टार्टअप का पता लगाना और उन्हें फण्ड उपलब्ध कराने के साथ-साथ बाजार में सहायता प्रदान करना है। हेडस्टार्ट भारत का सबसे बड़ा और सबसे पुराना जमीनी स्तर का स्टार्टअप है। ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से न केवल जीएलए विश्वविद्यालय में स्टार्टअप कल्चर को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि छात्र-छात्राओं में उद्यमिता कि भावना का संचार करने एवं उन्हें आत्मनिर्भर, स्वालम्बी बनाने का माहौल तैयार किया जा सकता है। स्टार्टअप कल्चर स्वदेशी तकनीक को शामिल करने के अवसर प्रदान करके एक प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त बनाता है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सह निदेशक पुष्कर शर्मा, सहायक प्रबंधक अभिषेक प्रताप गौतम, रजनीश शर्मा आदि का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम के अंत में प्रो. मनोज कुमार एवं रवि तिवारी ने जूरी के सभी सदस्यों को स्मृति चिन्ह भेंट किया। न्यूजेन आईइडीसी कोऑर्डिनेटर जितेन्द्र कुमार द्वारा सभी अथितियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया।