Thursday, April 10, 2025
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अहोई अष्टमी आज, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी व्रत रखा जाता है। इस दिन माताएं अपनी संतान की लंबी आयु व मंगलकारी जीवन के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इस साल अहोई अष्टमी 17 अक्टूबर, सोमवार को है। ज्योतिष गणना के अनुसार, ग्रह नक्षत्रों की स्थिति व विजय व अभिजीत मुहूर्त के कारण इस व्रत का महत्व और बढ़ रहा है।

अहोई अष्टमी शुभ मुहूर्त 2022-

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल कार्तिक कृष्ण अष्टमी तिथि 17 अक्टूबर को सुबह 09 बजकर 29 मिनट से प्रारंभ हो चुकी है, जो कि 18 अक्टूबर को सुबह 11 बजकर 57 मिनट तक रहेगी। अहोई अष्टमी के दिन दोपहर 11 बजकर 43 मिनट से दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा।

अहोई अष्टमी पर बन रहे ये शुभ मुहूर्त-

ब्रह्म मुहूर्त- 04:43 ए एम से 05:33 ए एम
अभिजित मुहूर्त- 11:43 ए एम से 12:29 पी एम
विजय मुहूर्त- 02:01 पी एम से 02:46 पी एम
गोधूलि मुहूर्त- 05:38 पी एम से 06:02 पी एम
अमृत काल- 02:31 ए एम, अक्टूबर 18 से 04:19 ए एम।

अहोई अष्टमी व्रत नियम-

  1. अहोई अष्टमी के दिन भगवान गणेश की पूजा अवश्य करनी चाहिए।
  2. अहोई अष्टमी व्रत तारों को देखकर खोला जाता है। इसके बाद अहोई माता की पूजा की जाती है।
  3. इस दिन कथा सुनते समय हाथ में 7 अनाज लेना शुभ माना जाता है। पूजा के बाद यह अनाज किसी गाय को खिलाना चाहिए।
    4.अहोई अष्टमी की पूजा करते समय साथ में बच्चों को भी बैठाना चाहिए। माता को भोग लगाने के बाद प्रसाद बच्चों को अवश्य खिलाएं।

अहोई अष्टमी पूजन विधि-

दीवार पर अहोई माता की तस्वीर बनाई जाती है। फिर रोली, चावल और दूध से पूजन किया जाता है। इसके बाद कलश में जल भरकर माताएं अहोई अष्टमी कथा का श्रवण करती हैं। अहोई माता को पूरी औऱ किसी मिठाई का भी भोग लगाया जाता है। इसके बाद रात में तारे को अर्घ्य देकर संतान की लंबी उम्र और सुखदायी जीवन की कामना करने के बाद अन्न ग्रहण करती हैं। इस व्रत में सास या घर की बुजुर्ग महिला को भी उपहार के तौर पर कपड़े आदि दिए जाते हैं।

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