मथुरा। कायस्थ समाज की राष्ट्रीय बैठक में दिशा निर्धारित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सुबोध कांत सहाय जी ने कायस्थों से आह्वान किया की सामाजिक व राजनीतिक अस्तित्व बनाए रखने के लिए संघर्ष का समय है । कायस्थ सृजन व रचनात्मकता का प्रतीक है व वक्त आ गया है कि संघर्ष के लिए प्रतिबद्ध होना पड़ेगा । अखिल भारतीय कायस्थ महासभा राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाए व प्रभावी ढंग से अपनी भूमिका का निर्वहन करें – उपरोक्त उद्गार अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सुबोध कांत सहाय जी ने राष्ट्रीय बैठक को संबोधित करते हुए कहे।
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक दिनांक 21 और 22 नवंबर 2022 को खंडेलवाल सदन मथुरा में आयोजित की गई। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा देश में कायस्थों का राष्ट्रव्यापी व प्रतिनिधि संगठन है जिसमें ना सिर्फ हिंदी भाषी बल्कि महाराष्ट्रीयन, बंगाली व साउथ इंडियन कायस्थों का महापरिवार है। महासभा के 135 वर्षों के गौरवशाली इतिहास को आगे बढ़ाने के दृष्टिगत इस बैठक में देशभर के 21 राज्यों से महासभा की मुख्य इकाई, महिला इकाई, व युवा इकाई के प्रतिनिधियों के साथ राष्ट्रीय कार्यसमिति के पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
बैठक में मार्गदर्शन देने हेतु राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सुबोध कांत सहाय जी, अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आरके सिन्हा जी, कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री ए के श्रीवास्तव जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनीतिक प्रकोष्ठ श्री प्रदीप माथुर जी, राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष डॉ मुकेश श्रीवास्तव जी, राष्ट्रीय महामंत्री श्री विश्वविमोहन कुलश्रेष्ठ जी, राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष मेघना श्रीवास्तव जी, राष्ट्रीय संगठन मंत्री पीसीएल श्रीवास्तव जी, चंद्रसेनी कायस्थ प्रभु महाराष्ट्रीयन का संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री समीर गुप्ते जी, साउथ इंडिया के प्रभारी श्री प्रभाकरण जी सहित अनेक राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
बैठक के आयोजक श्री प्रदीप माथुर व श्री ए के श्रीवास्तव ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। श्री प्रदीप माथुर जी ने स्वागत भाषण में कहा की समाज में जोश का संचार, निष्ठा का संचार, भाईचारे का संचार, व एकजुटता का संचार करें साथ ही ऐसा प्रयत्न किया जाए कि भगवान चित्रगुप्त जी के बारे में सर्व समाज के लोग जान सकें उनकी आराधना करें। आयोजक श्री ए के श्रीवास्तव जी ने कहा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी जिन उद्देश्यों को लेकर आयोजित की गई है, इन 2 दिनों में उन पर मंथन कर उचित निर्णय पर पहुंचे जिससे महासभा को एक वृहद स्वरूप मिल सके साथ ही अनेकानेक कायस्थों को महासभा से जोड़ने के उद्देश्य से महासभा की सदस्यता शुल्क को न्यूनतम किया जाए ताकि सभी कायस्थ बंधु महासभा से जुड़े व महासभा उनकी सुख दुख की साथी बन सके।
बैठक में विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधियों ने अपने-अपने प्रदेश की संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुत की व भविष्य की योजनाओं के बारे में सदन को बताया। बैठक में मुख्य रूप से महासभा के विस्तार एवं सशक्तिकरण हेतु सदस्य वृद्धि, आर्थिक रूप से पिछड़े सवर्णों को दे 10% आरक्षण के लाभ समाज को प्राप्त हो इस पर विचार, ऑल इंडिया कायस्थ रिसर्च फाउंडेशन, कायस्थ चेंबर ऑफ कॉमर्स, ऑल इंडिया कायस्थ एजुकेशन फाउंडेशन, ऑल इंडिया कायस्थ बैंक जैसे मुख्य विषयों पर चर्चा व निर्णय लिए गए । साथ ही सभी स्तर के पदाधिकारियों के लिए महासभा का मिशन विजन डॉक्यूमेंट तैयार करने पर विचार किया गया ताकि आने वाले समय मे महासभा का वृहद रूप समाज के सम्मुख आ सके।
जिला कार्यकारिणी से अध्यक्ष ममता सक्सेना कार्यवाहक अध्यक्ष संतोष सक्सेना महासचिव शोभित कुलश्रेष्ठ कार्यवाहक महासचिव अभिषेक सक्सेना एड कोषाध्यक्ष सुशील सक्सेना मह अध्यक्ष मयंक सक्सेना सचिव आलोक कुलश्रेष्ठ अमित कुलश्रेष्ठ अक्षय सक्सेना आदि मौजूद रहे !