मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रांगण में शुक्रवार की रात को छात्र-छात्राओं ने जमकर नाच-गानों के साथ लोहड़ी का त्योहार मनाया। नाचते हुए जलती हुई अग्नि के चक्कर लगाए और सामूहिक रूप से पारंपरिक गीत ‘सुंदर मुंदरिये नी’ गाया।
छात्र-छात्राओं ने लोहड़ी की तैयारियां सुबह से ही शुरू कर दी थीं। मैदान में लकड़ियां एकत्र कर लोहडी तैयार की गई थी। पारंपरिक तौर पर लोहड़ी फसल की बुवाई और उसकी कटाई से जुड़ा एक विशेष त्योहार है। इस मौके पर पंजाब में नई फसल की पूजा करने की परंपरा है। इस दिन चौराहों पर लोहड़ी जलाई जाती है। इस आग के पास पुरुष लोग भांगड़ा करते हैं, वहीं महिलाएं पंजाब का प्रसिद्ध नृत्य गिद्दा करती हैं। इस दिन तिल, गुड़, गजक, रेवड़ी और मूंगफली का भी खास महत्व होता है। विश्वविद्यालय में पंजाबी छात्र-छात्राओं में सुबह से ही त्योहार को लेकर विशेष उत्साह था। उनके साथ अन्य विद्यार्थियों ने भी समान रूप से मिलकर त्योहार मनाय़ा।
विश्वविद्यालय के एकेडमिक डीन डा. हरवीर सिंह ने लोहड़ी में अग्नि प्रज्ज्वलित की और इसी के साथ ही छात्र-छात्राओं ने नृत्य करना शुरू कर दिया। दोपहरभर विद्यार्थियों ने जमकर नृत्य किया। रात के साथ ही भांगड़ा की धमाचौकड़ी शुरू हो गई। सभी ने एक दूसरे को लोहड़ी की शुभकामनाएं दीं। विवि की विशेष कार्याधिकारी श्रीमती मीनाक्षी शर्मा ने सभी को लोहड़ी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ये त्योहार हमारे जीवन में उत्साह और जीवंतता भरते हैं। हम सभी को एक साथ मिलकर त्योहारों में भाग लेना चाहिए। इस मौके पर संस्कृति स्कूल आफ बेसिक एंड एप्लाइड साइंस के डीन डीएश तौमर, होटल मैनेजमेंट के डीन रतीश शर्मा, फैकल्टी डा. दुर्गेश वाधवा, ट्रेनिंग सेल की सीनियर मैनेजर अनुजा गुप्ता, एडमिनिस्ट्रेटिव रजिस्ट्रार तुषार शर्मा आदि विवि के अनेक अधिकारी और शिक्षक मौजूद रहे और पूरे जोश और आस्था के साथ लोहड़ी त्योहार मनाया।